आज तकका सबसे बड़ा अनसन आंदोलन अहमदाबाद में होगा

15 अगस्त 2018से गुजरात के अहमदाबाद शहर में अनसन होने जा रहा है। आरक्षण की मांग करके पीछले तीन सालों से लगातार आंदोलन कर रहे पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (PAAS) के संयोजक हार्दिक पटेल मृत्यु पर्यंत अनसन करनेवाले हैं। अगर गुजरात सरकारने ऊनकी मांग नहीं पुरी की तो ऊनकी मौत भी हो सकती है। गुजरात सरकारने तीन सालसे पाटीदार समाज को आरक्षण देने सें ईन्कार कर दिया है। गुजरात में भाजपा सरकार के खिलाफ आमरण अनशन कर रहें दो लोगों की मौत पीछले महीने में हुई है।

पहले चार दिनमें ऐक लाख लोगों को आनेकी संभावना है। जबसे हार्दिक पटेलना आमरण अनशन पर जाने की बात ऐक पखवाड़े से कहीं है तबसे 2400 लोगों ने उनके साथ आमरण अनशन करने के लिए मंजूरी मांगी है और हार्दिक ने उनकी मांग को मंजूरी दे दी है। हर रोज 5 से 7 हजार लोग ऐक दिन का उपवास करनेवाले हैं। इस तरह लोगों का समर्थन मील रहा है।
प्रधानमंत्री के नाम की घोषणा होने से कुछ हफ्तों पहले जिस तरह गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदीने अहमदाबाद के GMDC मैदान मे सरभावना उपवास तीन दीनो तक किया था और पूरा देश को अपनी और आकर्षित करने के लिए सफल हुए थे। उनसे भी ज्यादा हार्दिक पटेल के आमरण अनशन पर लोग आनेवाले हैं। उनक आयोजन हार्दिक के साथियों ने किया है। पुरे देश से हरेक राज्य में से लोग आनेवाले हैं। गुजरात के हररोज 10 तहसील से हजारों लोगों को अनसन में आनेका आयोजन पुरा हो चूका है।

महात्मा गांधीजी ने देशभर में अनसन आंदोलन करके पूरे देश को एक परिवार बनाकर अंग्रेजी हुकूमत को भारत से बाहर निकल ने को मजबूर किया था। इस आंदोलन में कोई ऐक जगल आमरण अनशन पर गांधीजी के साथ थे इनसे भी ज्यादा लोग हार्दिक पटेल के साथ मिलकर आंदोलन करनेवाले हैं। गांधीजी का सबसे बडा आमरण अनशन कोलकाता में हुआ था। ऐ रेकर्ड भी तूटने की संभावना बताई जा रही है।

न्यू दिल्ली में आम आदमी पक्ष के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जो अभी धरना कीया था और पूरे देश मे से लोग उनको सपोर्ट करने के लिए गये थे ठीक उसी प्रकार पुरे देश से हार्दिक के आमरण अनशन पर सपोर्ट देने और साथ जुड़ ने के लिए आने वाले है। हरेक राज्यों से लोग आना चाहते है। हार्दिक को फोन करके कई लोगों ने बताया है। उसमें राजनेता और समाज सेवी लोग भी शामिल है।

आमरण अनशन के लिए हार्दिक पटेल ने बताया कि मेरे साथ उपवास करने के लिए सर मुंडन करके कंई युवा पीढ़ी के लोग बैठ ने वाले है। आरक्षण हमारे लिए जरूरी है। गुजरात के किसानों और पीड़ित हैं। पीछडे है। उनको सरकारी नौकरी और शिक्षा चाहिए। सरकार हमारी मांग जब तक पूरी नहीं करेगी तब तक मरते दम तक मेरा आमरण अनशन जारी रहेगा। लोगों को उनके हक दिलाने के लिए यह आंदोलन है। गुजरात सरकार से मेरी अपील है कि अनामत का स्वीकार करे।