विश्व की प्रतिष्ठित ब्लूमबर्ग सूची में प्रकाशित विश्व के 25 सबसे अमीर कारोबारी घरानों तक पूज्य श्री नारायण साँईं “ओहम्मो” के आध्यात्मिक वेदान्तिक विचार पहुँचते है । इन विचारों को वे आचरण में आत्मसात कर वेदांतिक जीवन शैली की ओर अगसर है । सामाजिक समरसता की दिशा में यह एक अभिनव प्रयास है ।
विश्व के सबसे धनाढ्य अमीर परिवार पूज्य श्री नारायण साँईं “ओहम्मो ” के विचारों को रुचि से पढ़ते हैं, समझते हैं और उसे जीवन में उतारने की कोशिश करते हैं। ओहम्मो के विचार दुनिया में सबसे आधुनिक हैं होकर आध्यात्मिकता से परिपूर्ण है इसलिए दुनिया के श्रेष्ठतम परिवारों व घरानों तक यह विचार पहुँचते हैं और वे ओहम्मो के ओजस्वी अध्यात्म की वेदांतिक जीवन शैली को समझकर आत्मसात करते हैं ।
यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण व श्रेष्ठतम कदम है कि “वर्ल्ड के टॉप रिचेस्ट पीपल (ब्लूमबर्ग सूची)” द्वारा पूज्य श्री नारायण साँईं ‘ओहम्मो’ द्वारा निर्दिष्ट ओजस्वी आध्यात्मिक जीवनशैली अपनाई जाती है, यह तय है कि इसका प्रभाव अन्य लोगों पर भी पड़ेगा । इससे धर्म और धर्म के बीच की खाई कम होगी व गरीब-अमीर के बीच की खाई भी कम होगी । मानवता महकेगी, मानव जन्म की सार्थकता का महत्व वे अधिक समझेंगे । जो की मौजदा समय में एक सार्थक प्रयास है ।
विश्व ओहम्मो विचार मंच (World Ohmmo Vichar Manch) पूरे विश्व में ओहम्मो के विचार विभिन्न माध्यमों से पहुँचाने का कार्य करता है । जिसके पीछे लक्ष्य यह है कि विश्व के श्रेष्ठतम धनाढ्य लोगों में ओहम्मो के विचारों का प्रभाव अधिकाधिक पड़े, जिससे बेहतर दुनिया बनाई जा सके । हम आपको बता देवे विश्व ओहम्मो विचार मंच (WOVM) का मुख्यालय भारत में है ।
सौजन्य : ओजस्वी मीडिया ब्यूरो