विज्ञान और पर्यावरण पर वैश्विक शिखर सम्मेलन

– 29 सितंबर से ब्रह्माकुमारीज संस्थान के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय आबू रोड में होगी शुरुआत, चार दिन चलेगा सम्मेलन
– *सुप्रीम कोर्ट नई दिल्ली के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, भारत के गृहमंत्री राजनाथ सिंह, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की पूर्व पत्नी व एक्ट्रेस मारला मैपल, नाइजीरिया के पूर्व राष्ट्रपति ओलुसेगुन ओबासांजो होंगे विशेष मेहमान*
– विश्वभर से आध्यात्म, विज्ञान और पर्यावरण से जुड़ी शख्सियत करेंगी शिरकत
– विश्व के जाने-माने पर्यावरणविदें का किया जाएगा सम्मान
*आबू रोड (सिरोही/राजस्थान)।* जिले के इतिहास में पहली बार बड़े पैमाने पर आध्यात्मिकता, विज्ञान और पर्यावरण को लेकर वैश्विक शिखर सम्मेलन होने जा रहा है। इसमें विश्वभर से आध्यात्म, विज्ञान और पर्यावरण से जुड़ी जाने-मानी हस्तियां शामिल होंगी। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के अंतरराष्ट्रीय मुख्यालय शांतिवन आबू रोड द्वारा 29 सितंबर से 2 अक्टूबर 2018 तक वैश्विक शिखर सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। सम्मेलन में विशेष रूप से सुप्रीम कोर्ट नई दिल्ली के चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, भारत के गृहमंत्री राजनाथ सिंह, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की पूर्व पत्नी व एक्ट्रेस मारला मैपल, नाइजीरिया के पूर्व राष्ट्रपति ओलुसेगुन ओबासांजो विशेष मेहमान के रूप में शिरकत करेंगे। वहीं बॉलीवुड कलाकार व राजनेता शत्रुधन सिन्हा और मनोज वाजपेयी चार चांद लगाएंगे।
सम्मेलन को लेकर शांतिवन परिसर में जोर-शोर से तैयारियों का दौर जारी है। पूरे परिसर को आकर्षक लाइटिंग, गमलों और ईको फ्रेंडली तरीके से सजाया जा रहा है। वहीं सभी मेहमानों को विशेष रूप से पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए सौर ऊर्जा से तैयार किया गया भोजन कराया जाएगा।
कार्यक्रम संयोजक व ब्रह्माकुमारीज के कार्यकारी सचिव बीके मृत्युंजय ने बताया कि इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य आध्यात्म-विज्ञान और पर्यावरण का आपस में परस्पर संबंध बताया और इनके संरक्षण, सदुपयोग और मानव जीवन को सुख-शांतिमय बनाना है। आध्यात्म जहां मानव को मानसिक रूप से सुखी जीवन का मंत्र सिखाता है वहीं विज्ञान जीवन को आसान बनाता है। दोनों एक-दूसरे के पूरक हैं। जीवन को आध्यात्म और विज्ञान के सामंजस्य से ही आनंदमय बनाया जा सकता है। वहीं पर्यावरण को बचाए रखना आज सबसे बड़ी चुनौती है। इसके संरक्षण, संवर्धन को लेकर सभी को चिंतन करने की आवश्यकता है। पर्यावरण का सबसे गहरा संबंध हमारे मन के विचारों और भावनाओं से है। जैसे हमारे विचार होते हैं, वैसे ही प्रकृति उसे ग्रहण करती है। आज प्रकृति के पांचों तत्वों में असंतुलन का कारण हमारे नकारात्मक विचार ही हैं।
*चार दिन तक विश्वभर से आए विशेषज्ञ करेंगे मंथन*
सम्मेलन में 29 सितंबर से 2 अक्टूबर तक चार दिन विश्वभर से आए विषय विशेषज्ञ मंथन करेंगे। इसमें देश-विदेश से राज्यपाल, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, सांसद, महामंडलेश्वर, उद्योगपति, न्यायाधीश, मीडियाकर्मी, साइंटिस्ट, आध्यात्मिक जगत के सितारे और पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी महान विभूतियां भाग लेंगी। वैश्विक शिखर सम्मेलन में निकले निष्कर्ष के बाद इसे अमलीजामा पहनाने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम किया जाएगा।
*आठ हजार लोग सौर ऊर्जा से तैयार भोजन करेंगे….*
वैश्विक शिखर सम्मेलन में आठ हजार लोग सौर ऊर्जा से तैयार किया गया भोजन करेंगे। ब्रह्माकुमारीज संस्थान में लगाए गए सोलर पैनल की मदद से पूरा भोजन वाप्ष के जरिए तैयार किया जाएगा। साथ ही पूरे सम्मेलन के दौरान ईको फ्रेंडली चीजों के उपयोग पर जोर दिया जाएगा। बता दें कि ब्रह्माकुमारीज संस्थान कई वर्षों से पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में कार्य कर रही है। संस्थान द्वारा नई तकनीक से एक मेगावॉट का सोलर पैनल भी तैयार किया जा रहा है। वहीं यौगिक-जैविक खेती के माध्यम से शुद्ध, सात्विक और बिना केमिकलयुक्त सब्जियों, फलों और अन्न का उत्पादन किया जा रहा है।
*ये मेहमान बढ़ाएंगे सम्मेलन की शोभा…*
यूएसए के सीनियर जर्नलिस्ट, टॉक शो होस्ट व एंकर रोलांडा वाट्स, अहमदाबाद के सेंटर फॉर एन्वॉयरमेंट एजुकेशन के फाउंडर-डायरेक्टर व साइंटिस्ट कार्तिकेय साराभाई, लंदन की सामाजिक कार्यकर्ता और महिला सुधारक राजकुमारी बासमाह बीएसए सेड, अबू धाबी के एनएमसी हेल्थकेयर के फाउंडर डॉ. बीआर सेट्टी, हैदराबाद के हेरेरो ड्रग्स के चेयरमैन डॉ. बंदी पार्थसारथी, मुंबई की टीवी एक्ट्रेस सुषमा सेठ, यूएसए के सिंगर डॉ. आईबी हैल्टन, देहरादून की ग्लोबलाइजेशन इंटरनेशनल फोरम की बोर्ड मेंबर एवं पर्यावरणविद् डॉ. वंदना शिवा, जर्मनी के यूएस बिलबोर्ड के अवार्ड विजेता फस्र्ट इंडियन म्यूजिक कम्पोसर एवं प्रो. रिक्की केज, मुंबई के टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च के डिप्टी डायरेक्टर पद्यश्री प्रो. रामाकृष्ण वी होसुर, भारत डिफेंस मिनिस्ट्री के कॉम्बेट इंजीनियरिंग सिस्टम के डायरेक्टर जनरल प्रवीन के मेहता, इंदौर के रिसर्च साइंटिस्ट डॉ. भारत भूषण अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
*विश्वभर की पर्यावरण से जुड़ी इन हस्तियों का करेंगे सम्मान…*
विश्व के कोने-कोने में पर्यावरण बचाने के लिए कार्य कर रहे लोगों, पर्यावरणविदों का सम्मान शिखर सम्मेलन में किया जाएगा। इसमें सभी को मुकुट पहनाकर और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। इन हस्तियों में मुख्य रूप से देहरादून की नवधान्य की फाउंडर डॉ. वंदना शिवा, नागपुर के समाजसेवी पद्यश्री डॉ. प्रकाश आमटे, नागपुर की समाज सुधारक मंदाकिनी आमटे, अहमदाबाद के सीईई के फाउंडर डायरेक्टर कार्तिकेय साराभाई, बैंगलुरु के जलयोद्धा अयप्पा मसागी, जालौर के पथमेदा गोशाला, गाजियाबाद के नेशनल सेंटर ऑफ आर्गेनिक फार्मिंग के डायरेक्टर डॉ. कृष्णा चंदर, नई दिल्ली के ग्लोबल इंटरफेथ वॉश एलायंस की ग्लोबल ट्रस्टी स्वामिनी आदित्यानंद सरस्वती, नई दिल्ली की वेल्ट हंगर हेल्फे की डायरेक्टर निवेदिता वर्शनेया, नई दिल्ली के इस्लामिक रिलीफ इंडिया के हैड अकमल शरीफ, हरिद्वार के नमो गंगे ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश कुमार, चेयरमैन विजय शर्मा, नई दिल्ली के पर्यावरण विचारक व लेखक प्रो. डॉ. एमए हक, अंबिकापुर मयूर के डॉ. अजय कुमार, मप्र नरसिंहपुर के जैविक खेती के विशेषज्ञ ताराचंद बेलजी, भीलवाड़ा के जल संरक्षणकर्ता रामेश्वर चीपा, मुंबई के भाभा एटमिक रिसर्च सेंटर के टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के हैड पद्यश्री डॉ. शरद काले, गंगटोक के खांगचेन्जोंगा लैंडस्केप की को-ऑर्डिनेटर प्रियादर्शिनी श्रेष्ठ, उस्मानाबाद बागान के फाउंडर राजशेखर पाटिल, वैल्लोर इंडियन ग्रीन सर्विस के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सी श्रीनिवासन, पेड़ लगाओ-जीवन बचाओ अभियान के संस्थापक सुरेश देशवाल, नई दिल्ली के सीएमएस वातावरन के डायरेक्टर जनरल पीएन वसंती, एकेपी हीलिंग इंडिया के संस्थापक निदेशक डॉ. अमित कौर पुरी का विशेष रूप से सम्मान किया जाएगा।
  *ये रहेंगे आकर्षण….*
– ब्रह्माकुमारीज संस्थान के इतिहास और अब तक 82 वर्षों में समाज उत्थान के लिए की गई सामाजिक सेवाओं को एक्सपो के माध्यम से बताया जाएगा। इसमें विज्ञान और आध्यात्म को बहुत ही सुंदर तरीके से समन्वय करके प्रदर्शित किया जाएगा।
– नेशनल पेंटिंग कॉन्टेस्ट कम वर्कशॉप आयोजित की जाएगी। इसमें भारतभर से 500 से अधिक प्रसिद्ध कलाकार साइंस, स्प्रिचुआलिटी और एन्वॉयरमेंट विषय पर पेंटिंग बनाएंगे। इसमें प्रथम, द्वितीय और तृतीय आने वाले विजेताओं को समानित किया जाएगा।
– फिल्म कलाकारों और अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों द्वारा आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी जो पूरे एक्सपो में आकर्षण का केंद्र रहेगी।
– थीम से संबंधित स्टॉल लगाए जाएंगे, जिसमें स्प्रीचुआलिटी  और साइंस का अद्भुत संयोजन देखने को मिलेगा।
– इंटरेक्टिव मॉडल्स और प्रेरणादायक संदेश, चलचित्र के माध्यम से दिखाया जाएगा।
– लोगों को पॉजीटिविटी को लेकर काउंसलिंग भी की जाएगी।