सांझी विरासत बचाओ’ सम्मेलन में दिखी विपक्षी एकता

Written by Sabrangindia Staff
गुरुवार को दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशनल क्लब में आयोजित किए गए ‘सांझी विरासत बचाओ’ सम्मेलन में विपक्ष के कई दलों के नेता पहुंचे। इस सम्मेलन में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, शरद यादव समेत कई दिग्गज नेताओं ने हिस्सा लिया।

‘सांझी विरासत बचाओ’ सम्मेलन के लिए कांग्रेस ने 17 विपक्षी दलों को निमंत्रण दिया था। ये ‘सांझी विरासत बचाओ सम्मेलन’ का छठा संस्करण है, जो गुरुवार को नई दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित किया गया।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, इस बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी मौजूद रहेंगे। इस सम्मेलन के लिए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की प्रमुख मायावती, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नारा चंद्रबाबू नायडू, जनता दल (सेक्युलर) (जेडी-एस) के सर्वोच्च नेता और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, द्रविड़ मुनेत्र कझागम (डीएमके) के कार्यकारी अध्यक्ष एमके स्टालिन को आमंत्रण भेजे गए हैं।

इस बीच गौर करने वाली बात ये है कि इस सम्मेलन का आमंत्रण आम आदमी पार्टी को नहीं भेजा गया है यानी सीएम केजरीवाल इस सम्मेलन का हिस्सा नहीं बन पाएंगें। सूत्रो के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, ‘साझी विरासत बचाओ सम्मेलन’ में विपक्षी दल मोदी सरकार के विभिन्न मुद्दो पर हमले कर सकती है।