सचिवालय प्रवेशबंदी के खिलाफ राज्यपाल को समाज कर्मी मीले

रोमेल सुतरिया ने बताया कि गुजरात के विभिन्न हिस्सों से आए कर्मशील साथियों ने आज गुजरात के राज्यपाल से रुबरु बातचीत कर लोकतंत्र एवं संविधान की रक्षा के लिए कार्यरत कर्मशील साथियों को सचिवालय मे प्रवेशबंदी जैसे गंभीर मामले पर झापन दिया । जीस रुबरु हुई बातचीत के दौरान कर्मशीलो की तरफसे बात करते हुए साथी Subodh Kumud , Chandu Maheria , Kirit Rathod एवं में रोमेल सुतरिया ने राज्यपाल के सामने गुजरात सरकार की लोकतंत्र विरोधी नीतियों को उजागर करते हुए बात रखी ओर कहा गया है की समाज और सरकार के बीच सेतु की तरह संघर्ष कर रहे नागरिकों को टार्गेट करना बंद होना चाहिए । यह सरकार एवं देश के लिए बेहद शर्मनाक दौर है जब लोगों की आवाज बुलंद करने वाले कर्मशील साथियों को एसे विषय पर राज्यपाल से रुबरु बातचीत कर लोकतंत्र एवं संविधान की रक्षा करने का जज़्बा रखने वाले नागरिकों की आवाज दबाने से बचाने झापन सोंपना पडे । जीस विषय को गंभीरता से लेते हुए राज्यपाल ने गुजरात के मुख्यमंत्री को सूचना देने का वादा किया साथ ही ईस विषय पर गुजरात के गृहमंत्री कर्मशीलो के साथ की बैठक कर मामला सुलझाने को जरुरी बताया । कर्मशीलो की लडाई को एवं उठाएं जाने वाले मसलों का निराकरण हो एसी भावना व्यक्त की साथ ही राज्यपाल ने अनेक अहम इशारे और बाते कही जो मौजूदा हालात पर गंभीर है जीसे गुजरात के कर्मशील आनेवाले दिनों में घोषित करेंगे । ईस बैठक मे कुल 20 कर्मशीलो का प्रतिनिधि मंडल राज्यपाल से मुलाकात के लिए पहुंचा था । गुजरात मे कर्मशीलो की आजादी की लड़ाई मे सामिल साथी Manisha Nanda एवं आज राज भवन पहुंचने वाले एवं समर्थन करने वाले साथियों का शुक्रिया । अंतिम बात अब सरकार कीसी कर्मशील को सचिवालय जाने से रोकने की हिम्मत जुटा नही पायेंगी । कर्मशीलो को लोगो के अधिकार के लिए संघर्ष करते हुए आवाज़ बुलंद करने एकजुट होकर लड़ना आवश्यक है । मुझे आमंत्रित करने वाले एवं पुरे कार्यक्रम मे अगुवाई करने वाले साथी किरीट राठोड से बस इतना कहूँगा आप को अब सरकार रोकने की हिम्मत जुटा नही पायेंगी ।