अहमदाबाद, 17 मई, 2025
4 अप्रैल को जल संरक्षण के लिए कैच द रेन-सुजलाम सुफलाम जल अभियान 2.0 का शुभारंभ किया गया। अब एक महीने से अधिक समय हो गया है और राज्य सरकार ने इतने कम समय में उल्लेखनीय प्रगति की है। 5 मई तक के आंकड़ों के अनुसार, कुल 10,523 लक्षित कार्यों में से 1,300 कार्यों का कार्यान्वयन शुरू हो चुका है जबकि 317 कार्य पूरी तरह से पूरे हो चुके हैं।
एसएसजेए 2.0 के कार्यान्वयन में मेहसाणा सबसे आगे
सुजलाम सुफलाम जल अभियान 2.0 के तहत, मेहसाणा जिले ने जल संरक्षण और ग्रामीण बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में महत्वपूर्ण नेतृत्व दिखाया है। अब तक जिले में 416 कार्यों को प्रभावी ढंग से लागू किया गया है, जो राज्य के सभी जिलों में सबसे अधिक है। इसके बाद बनासकांठा (159), भरूच (139), आणंद (121), देवभूमि द्वारका (114), गिर सोमनाथ (99) और पोरबंदर (93) जैसे जिले सबसे आगे हैं, जो अभियान को गति दे रहे हैं। इसके अलावा बोटाद (91), अहमदाबाद (88), नवसारी (74), जामनगर (58), जूनागढ़ (30), अमरेली (23), भावनगर (20), साबरकांठा (20), पाटन (16), गांधीनगर (12) और पंचमहल (10) ने भी अभियान में सक्रिय भागीदारी दर्ज कराई है।
36 श्रेणियों में झीलों को गहरा करने का काम सबसे आगे, 1859 में से 450 पर काम चल रहा है
सुजलाम सुफलाम जल अभियान 2.0 के तहत 36 अलग-अलग श्रेणियों में काम किए जा रहे हैं, जिसमें झीलों को गहरा करने का काम सबसे ज्यादा सक्रिय रहा है। वर्ष 2025 के लिए निर्धारित 1859 लक्ष्यों में से 450 कार्य प्रगति पर हैं तथा 4 कार्य अब तक पूरे हो चुके हैं। अन्य प्रमुख गतिविधियों में बोरवेल रिचार्ज के लिए निर्धारित 660 लक्ष्यों में से 149 पर कार्य चल रहा है, जबकि चेक डैम डिसिल्टिंग के लिए 1,990 परियोजनाओं में से 133 पर कार्य शुरू हो चुका है। चेक डैम मरम्मत के लिए कुल 826 कार्यों को लक्षित किया गया है। इसके अलावा नहर संरचनाओं की सफाई, वर्षा जल निकासी नालों का रखरखाव तथा वर्षा जल संचयन जैसी विभिन्न गतिविधियों को भी इस अभियान में शामिल किया गया है।
जल संसाधन विभाग सबसे अधिक 5,734 कार्यों को क्रियान्वित करेगा
सुजलाम सुफलाम जल अभियान 2.0 के तहत विभागों द्वारा कार्यों के क्रियान्वयन की बात करें तो गुजरात का जल संसाधन विभाग 5734 नियोजित कार्यों के साथ सबसे आगे है, जो जल संरक्षण प्रयासों में राज्य की अग्रणी भूमिका को प्रदर्शित करता है। वर्तमान में विभाग के 632 कार्य सक्रिय रूप से प्रगति पर हैं। इसके बाद ग्रामीण विकास विभाग 2244 कार्यों के लक्ष्य के साथ दूसरे स्थान पर है, जिसमें से 478 कार्य शुरू हो चुके हैं। अन्य प्रमुख विभागों में जल आपूर्ति विभाग ने 796 कार्य, पंचायत एवं ग्रामीण आवास विभाग ने 600 कार्य तथा नगर निगमों एवं नगर पालिकाओं द्वारा 644 कार्य क्रियान्वित करने का प्रस्ताव दिया है।
कार्यान्वयन विधियों की सूची में मनरेगा सबसे ऊपर है, जिसमें 689 कार्य क्रियान्वित किए गए तथा 68,586 मानव दिवस सृजित किए गए
इस वर्ष एसएसजेए 2.0 के अंतर्गत क्रियान्वयन विधियों को तीन श्रेणियों में विभाजित किया गया है, जिसमें मनरेगा, जनभागीदारी तथा विभागीय कार्य शामिल हैं। इस अभियान के मास्टर प्लान के अंतर्गत मनरेगा के अंतर्गत 2240 कार्य किए जाने का लक्ष्य है, तथा अब तक 476 कार्य क्रियान्वित किए जा चुके हैं, जिनमें से 213 कार्य पूर्ण हो चुके हैं, मनरेगा सबसे आगे है।
वहीं अगर विभागीय कार्यों की बात करें तो इसके तहत 4227 कार्य किए जाने हैं, जिनमें से अब तक 387 कार्य प्रगति पर हैं और 60 कार्य पूरे हो चुके हैं। अंत में अगर जनभागीदारी की बात करें तो इसके तहत 4056 कार्यों का लक्ष्य रखा गया है और अब तक 437 कार्य प्रगति पर हैं और 44 कार्य पूरे हो चुके हैं। इसके अलावा इस पूरे अभियान के तहत किए गए कार्यों के जरिए अब तक 68,586 मानव दिवस भी सृजित किए गए हैं।