लोथल में बनेगा समुद्री संग्रहालय, लेकिन…

21 सितंबर 2025

गुजरात के अहमदाबाद ज़िले में स्थित लोथल सिंधु घाटी सभ्यता का एक प्रमुख व्यापारिक केंद्र होने के साथ-साथ भारत की समुद्री शक्ति और समृद्धि का प्रतीक भी था। पाँच हज़ार साल पहले लोथल न केवल एक बंदरगाह था, बल्कि जहाजों की मरम्मत का स्थान भी था, एक जीवंत इतिहास जिसे यहाँ पुनर्जीवित किया जाएगा।
लोथल हड़प्पा सभ्यता के प्रमुख शहरों में से एक था और सबसे पुराने मानव निर्मित गोदी की खोज के लिए जाना जाता है।
सिंधु घाटी सभ्यता के इतिहास के साक्षी लोथल में एक ‘राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर’ (NMHC) का निर्माण किया जा रहा है, जो भारत की समुद्री विरासत को प्रदर्शित करेगा।

‘राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर’ इतिहास, शिक्षा, अनुसंधान और मनोरंजन का एक सामंजस्यपूर्ण मिश्रण होगा।
आधुनिक तकनीक के माध्यम से इस शानदार समुद्री विरासत का अनुभव किया जाएगा। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता के कारण, इस प्राचीन स्थल का पुनर्विकास संभव हो पाया है। गुजरात की प्राचीन विरासत का एक महत्वपूर्ण स्थल लोथल एक बड़े बदलाव का गवाह बनने जा रहा है। इस प्रकार, गुजरात की समृद्ध प्राचीन समुद्री विरासत को आधुनिक युग के आयामों के साथ जोड़कर बनाया जा रहा यह संग्रहालय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘विकास भी, विरासत भी’ के लक्ष्य को साकार करेगा।
पर्यटन स्थल होने के साथ-साथ यह अध्ययन का केंद्र भी बनेगा।
प्रौद्योगिकी का उपयोग करके उसी युग को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया जा रहा है।

इस परिसर में बनेगा दुनिया का सबसे ऊँचा लाइटहाउस संग्रहालय
राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर में दुनिया का सबसे ऊँचा लाइटहाउस संग्रहालय भी बनाया जाएगा। यह प्रतिष्ठित लाइटहाउस संग्रहालय 77 मीटर ऊँचा होगा और 65 मीटर पर एक खुली गैलरी होगी, जो पूरे परिसर के सभी आगंतुकों को एक खुली हवा में देखने की गैलरी प्रदान करेगी। रात में लाइटिंग शो भी होगा। राष्ट्रीय समुद्री विरासत परिसर संग्रहालय में एक तैरते हुए रेस्टोरेंट की सुविधा भी स्थापित की जाएगी। 100 कमरों वाला टेंट सिटी और रिसॉर्ट तैयार होगा। संग्रहालय के भ्रमण के लिए ई-कार उपलब्ध होंगी। 500 इलेक्ट्रिक कारों के लिए पार्किंग और 66 केवी सबस्टेशन भी चालू कर दिए गए हैं।

समुद्री विरासत को दर्शाने वाली 14 गैलरी भी प्रदर्शित की जाएँगी

राज्य सरकार ने इसके लिए 375 एकड़ ज़मीन आवंटित की है। संग्रहालय में हड़प्पाकालीन वास्तुकला और जीवनशैली को फिर से प्रदर्शित करने के लिए लोथल मिनी मनोरंजन केंद्र के अलावा, ‘मेमोरियल थीम पार्क’, ‘समुद्री और नौसेना थीम पार्क’, ‘जलवायु थीम पार्क’ और ‘एडवेंचर और मनोरंजन थीम पार्क’ जैसे चार थीम पार्कों के निर्माण के बाद कई नवीन और अनूठी सुविधाएँ भी उपलब्ध कराई जाएँगी।

हड़प्पा काल से लेकर आज तक भारत की समुद्री विरासत को दर्शाने वाली 14 गैलरी और अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की विभिन्न समुद्री विरासतों को प्रदर्शित करने वाला एक तटीय राज्य मंडप भी यहाँ रखा जाएगा।

एक समुद्री विश्वविद्यालय स्थापित किया जाएगा। एक संस्थान भी स्थापित किया जाएगा। एक अंडरवाटर थीम वाली खुली गैलरी भी बनाई जाएगी।

 

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