दुनिया के सबसे अमीर अडानी के सामने नानी नाल गांव के गरीब लोगों की जीत
अहमदाबाद, 24 जून 2024 (गुजराती से गुगल अऩुवाद)
गुजरात हाई कोर्ट ने अडानी को गांव की गौचर जमीन लौटाने को कहा है. कच्छ में अडानी SEZ को दी गई 170 हेक्टेयर गौचर जमीन गांव को वापस करनी होगी. कच्छ के मुंद्रा तालुक के नवी नाला गांव में गौचर की बेशकीमती जमीन पर गुजरात सरकार द्वारा अडानी समूह को विशेष आर्थिक क्षेत्र (SEZ) देने पर विवाद हो गया था.
मुख्य...
नया शोध- सर्वाधिक भूकंप संभावित स्थानों में कच्छ तीसरे स्थान पर
अहमदाबाद 20 मई 2024 (गुजराती से गुगल अनुवाद)
नई किताब 'द रंबलिंग अर्थ - द स्टोरी ऑफ इंडियन अर्थक्वेक्स' पर प्रसिद्ध भूकंपविज्ञानी डॉ. सीपी राजेंद्रन ने लिखा है. जिसमें गुजरात का जिक्र किया गया है, हिमालय, प्रशांत महासागर के बाद गुजरात क्षेत्र को भूकंप के लिए सबसे खतरनाक क्षेत्र बताया गया है. इसके लिए कच्छ में 1819 और 2001 के भूकंपों का गहराई से अध...
गुजरात में दुनिया के सबसे बड़े सौर और पवन ऊर्जा पार्क पर विवाद
गांधीनगर, 16 मई 2023
कच्छ जिले के खावड़ा में दुनिया का सबसे बड़ा 30 हजार मेगावाट का सोलर-विंड पार्क निर्माणाधीन है, जो दिसंबर 2026 में पूरा हो जाएगा। 90 हजार करोड़ से 1 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया जा रहा है। दिसंबर-2024 तक 50 फीसदी बिजली मल से पैदा होगी। विभिन्न विकासकर्ताओं को 25,000 मेगावाट आवंटित किया गया है। पथ निर्माण विभाग द्वारा 30 किमी का...
गुजरात की युद्ध गाथा – कच्छ की सीमा कश्मीर से भी ज्यादा खतरनाक
गांधीनगर, 23 अप्रैल 2023
22 अप्रैल 2023 को, बीएसएफ ने ईद-उल-फितर के शुभ अवसर पर गुजरात और राजस्थान के बाड़मेर में भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाक रेंजर्स और पाक मरीन के साथ मिठाइयों और शुभकामनाओं का आदान-प्रदान किया। बाड़मेर जिले के मुनाबाओ, गडरा, केलनोर, सोमरार और गुजरात के बनासकांठा और कच्छ जिलों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के सा...
दुनिया का सबसे मीठा फल अंजीर की खेती गुजरात में होने लगी
दिलीप पटेल, अहमदाबाद, 27 डिसम्बर 2022
अंजीर एक बहुत ही स्वादिष्ट ड्राई फ्रूट है। अंजीर सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। शहतूत परिवार से संबंधित है। अंजीर पोषक तत्वों, विशेष रूप से खनिजों का एक पावरहाउस है। अंजीर में 60 से 83 प्रतिशत चीनी की मात्रा होने के कारण इसे दुनिया का सबसे मीठा फल माना जाता है। दो साल बाद उपज देना शुरू करता है। चार से पा...
कच्छ में 20 हजार गायें मरीं, गुजरात में कितनी?
कच्छ में 20 हजार गायें मरीं, गुजरात में कितनी?
20 thousand cows died in Kutch, how many in Gujarat?
अहमदाबाद, 7 अगस्त 2022
जामनगर में नगर कांग्रेस अध्यक्ष वीरेंद्रसिंह जडेजा ने गाय को बचाने और भाजपा सरकार को हिलाने के लिए गुस्से में आकर आत्महत्या करने की कोशिश की। कच्छ में 20 हजार गाय की मौत हो चुकी है। पूरे गुजरात में तीन गुना ज्यादा मौतें ...
ड्रैगन का नाम कमल करके भाजपा कार्यकरो ज्यादा खाने लगे, लेकिन मूत्र लाल...
ड्रैगन का नाम कमल करके भाजपा कार्यकरो ज्यादा खाने लगे, लेकिन मूत्र लाल टोपी की तरह हो गई
The dragon fruits name changed - KAMALAM, eating more Gujarati BJP workers, but the saliva became like a red cap
दिलीप पटेल
गांधीनगर, 02 जुलाई 2022
बीजेपी ने भारत में ड्रैगन फ्रूट का नाम बदलकर पियाता कर दिया है। इसलिए बीजेपी के लोग उन्हें लंबे समय स...
गुजरात की प्रजा की मास्क में लूंट, अदानी को रूपाणी सरकार ने चोरी कराने...
गांधीनगर, 7 जून 2021
अहमदाबाद शहर में पुलिस ने 23 मार्च, 2020 से 23 मार्च, 2021 तक एक साल में 4 लाख लोगों को गिरफ्तार किया और उन पर 34 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया। अडानी को पूर्व मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लाखों हेक्टेयर जमीन आवंटित की थी, इसकी स्टांप ड्यूटी अभी बाकी है। अगर इन खातों को जोड़ा जाए तो यह राशि 1400 करोड़ रुपये से वढकर 6,0...
कृषि फसलों पर दूध छिड़कने से उत्पादन में 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई, लाग...
https://www.youtube.com/watch?v=aD-SlnUwGdM
गांधीनगर, 28 अप्रैल 2021
गुजरात के कच्छ के किसान वेलजीभाई बुदिया 9426991112, जो 53 वर्षों से कच्छ माधपार में खेती कर रहे हैं। खेती में कई प्रयोग करने के लिए जाने जाते है। उन्होंने कृषि फसलों पर दूध के छिड़काव के साथ प्रयोग किया और 7 वर्षों में अविश्वसनीय परिणाम प्राप्त किए। फूलों के समय किसी भी फसल ...
कच्छ में दुनिया बड़ी सूर्य ऊर्जा परियोजना से 9 करोड पेड़ों का फायदा हो...
गांधीनगर, 20 मार्च 2021
ग्रीन एनर्जी गुजरात अक्षय ऊर्जा के माध्यम से स्वच्छ ऊर्जा के उत्पादन के लिए पूरे देश में इंतजार कर रहा है। अब दुनिया इंतजार करेगी
गुजरात सोलर रूफ टॉप सिस्टम लगाने में देश में पहले स्थान पर है। 2020-21 में निर्मित 2 लाख सोलर रूफ टॉप सिस्टम। गुजरात वर्तमान में सौर छतों के माध्यम से 943 मेगावाट बिजली पैदा कर रहा है। अकेले...
अरंडी में किसानों के रू.5 हजार करो का भाव लूटेरी व्यापारी गिरोह
गांधीनगर, 30 जनवरी 2021
व्यापारियों के एक गिरोह ने अरंडी-रेंडी की फसक की कीमतें 40 फीसदी तक कम करके किसानों को लूटने की साजिश रची है। फिर भी गुजरात सरकार ने कुछ नहीं किया है। 800 रुपये में 1,500-1,600 रुपये का सामान खरीदकर किसानों का मुनाफा लूटा जा रहा है। वास्तव में, स्वामीनाथन समिति की गणना के अनुसार, किसानों को लाभ के लिए मूल्य 1500-1600 रुप...
आंतों को स्वस्थ रखने का काम इसबगुल से कच्छ के किसान करते है, भारत में ...
गांधीनगर, जनवरी 2021
गुजरात में इसबगुल की सबसे अधिक खेती कच्छ में 17.75 हजार हेक्टेयर में होती है। पिछले साल 12.85 मीट्रिक टन का उत्पादन हुआ था। जो पूरे भारत में अधिक है। कच्छ के किसान इस औसत के लिए पूरे भारत में सबसे अधिक साबित हुए हैं। गुजरात में बनासकांठा की उत्पादकता सबसे अधिक है। जहां वह प्रति हेक्टेयर 826 किलोग्राम फसल लेते हैं। जो पूरे भा...
कच्छ का सांधव गाँव 1.14 लाख साल पुरानी बस्ती है, सभी गुजराती कच्छी हैं...
गांधीनगर, 12 जनवरी 2020
कच्छ के जखाउ बंदरगाह के पास में 1.14 लाख साल पहले मानव बस्ती पाई गई है। यह खबर 28 अक्टूबर 2019 को डेक्कन हेराल्ड में प्रकाशित हुई थी। पुरातत्वविदों ने भारत में 1.14 मिलियन वर्ष पुराने प्राचीन पाषाण काल के स्थलों का पता लगाया है। जो गुजरात के कच्छ के अब्डासा तालुका के सांधव गाँव में है। अफ्रीका के बाहर मानव प्रवास की एक ...
कच्छ का खारेक इतना मीठा है कि गुड़ बनने लगा, 45 फल ज्युस के साथ किसानन...
गांधीनगर, 12 जनवरी 2021
कच्छ के 71 वर्षीय किसान वेलजी कुर्जी भूडिया ने गैर-रासायनिक तरल गुड़ बनाया है। वह देश के पहले व्यक्ति हैं जिन्हों खारेक – कच्चा खजूर फल से प्राकृतिक गुड़ बनाया है। तरल गुड़ का पेटेंट कराया है। प्रयोगशाला का परीक्षण गुड़ बनाकर किया गया था। जिसमें अच्छी गुणवत्ता देखी गई।
इजरायल के कारण संभव हुआ
देशी खजूर का गुड़ औ...
भारत में राजनीति की सबसे पुरानी संस्कृति गुजरात के कच्छ और अहमदाबाद मे...
गांधीनगर, 9 दिसंबर 2020
गुजरात के कच्छ में धोलावीरा प्राचीन राजकिय और महानगरीय संस्कृति का एक लुप्तप्राय शहर है, जो कच्छ के भचाऊ तालुका के खादिरबेट क्षेत्र में स्थित है। यह संस्कृति पांच हजार साल पुरानी है। ऐसा अनुमान है कि उस समय इस महानगर में लगभग पचास हजार लोग रहते थे। पूरा शहर, पानी की व्यवस्था, महल का निर्माण या प्रांत के महल, लोगों की रहने...