अहमदाबाद सरकार 9वीं से 10वीं कक्षा के लिए स्कूल शुरू करेगी
अहमदाबाद 2025
अगले सत्र से, अहमदाबाद नगर निगम स्कूल बोर्ड शहर के सभी 7 ज़ोन के 7 नगरपालिका स्कूलों में कक्षा 9 और 10 के लिए माध्यमिक विद्यालय शुरू करेगा। अब, ज़ोन में एक स्कूल ऐसा होगा जिसमें कक्षा 1 से 8 की बजाय, 10वीं तक की शिक्षा बिना किसी शुल्क के दी जाएगी।
कक्षा 8 के बाद बच्चे स्कूल छोड़ रहे हैं। इसलिए, यह निर्णय मार्च 2025 से लिया गया है। स्कूल बोर्ड कक्षा 9 और 10 के लिए सात स्कूल शुरू करने की योजना बना रहा है।
राज्य स्कूल बोर्ड को इसके लिए प्रारंभिक स्वीकृति मिल गई है।
अहमदाबाद नगर निगम द्वारा संचालित स्कूल बोर्ड के 400 स्कूल कक्षा 1 से 8 तक के हैं। अब इन स्कूलों में कक्षा 9 और 10 की कक्षाएं शुरू की जाएंगी। इस प्रकार, नर्सरी से कक्षा 10 तक की शिक्षा निःशुल्क प्रदान की जाएगी।
पहली से आठवीं कक्षा तक 1 लाख 70 हज़ार छात्र पढ़ते हैं, जबकि आठवीं कक्षा में केवल 18 हज़ार बच्चे ही पढ़ते हैं। आठवीं कक्षा तक आते-आते 8 प्रतिशत बच्चे स्कूल छोड़ देते हैं।
उन्होंने आगे बताया कि स्कूल बोर्ड माध्यमिक कक्षाएँ शुरू करने जा रहा है, जिससे छात्रों को फीस नहीं देनी पड़ेगी और किताबों से लेकर यूनिफॉर्म तक की सुविधाएँ मुफ़्त मिलेंगी।
वर्ष 2025-26 के लिए नगर निगम स्कूल बोर्ड का मसौदा बजट 1143 करोड़ रुपये का था। नगर निगम स्कूल बोर्ड द्वारा संचालित स्कूलों के लिए, राज्य सरकार 808 करोड़ रुपये अनुदान योग्य व्यय और नगर निगम 131 करोड़ रुपये प्रदान करता है। इस दौरान 129 नगर निगम स्कूलों को स्मार्ट स्कूल बनाया गया है।
महंगी फीस
नागरिक महंगी फीस देने में असमर्थ हैं, इसलिए 10 वर्षों में 55,605 छात्रों ने निजी स्कूल छोड़कर अहमदाबाद नगर निगम स्कूल बोर्ड द्वारा संचालित स्कूलों में दाखिला लिया।
गुजरात
गुजरात में कक्षा 1 से 12 तक स्कूल छोड़ने वाले छात्रों की संख्या बढ़ रही है। 2024 में राज्य में 1 लाख 50 हज़ार बच्चे स्कूल जाना छोड़ चुके हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति के कारण बच्चे स्कूल छोड़ने को मजबूर हैं। ऐसे बच्चों का पता लगाने के लिए राज्यव्यापी सर्वेक्षण किया जाना था। गुजरात में कोई भी कक्षा 1 से 12 तक की शिक्षा पूरी नहीं कर पाया।
सरकार ने एक परिपत्र में राज्य के सभी प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को आदेश दिया था कि वे कक्षा 1 से 12 तक की शिक्षा पूरी नहीं कर पाए स्कूल न जाने वाले बच्चों का सर्वेक्षण करें और उनकी पहचान कर उनका नामांकन करें और उन्हें वापस स्कूल लाएँ। सर्वेक्षण में 6 से 19 वर्ष की आयु के स्कूल न जाने वाले बच्चों की प्रविष्टि चाइल्ड ट्रैकिंग सिस्टम में ऑनलाइन की जाएगी।
2022 में, गुजरात में 4 वर्षों में 11.3 लाख छात्रों ने निजी स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में प्रवेश लिया। 2020-21 में 2.85 लाख, 2021-22 में 3.49 लाख, 2022 में 2.24 लाख विद्यार्थी निजी स्कूल छोड़कर सरकारी स्कूलों में पढ़ने गए। (यहीं वेबसाईट से गुजराती से गूगल अनुवाद)