भारत के लोगों की प्रतिरोधक क्षमता अधिक है, प्रति लाख मृत्यु दर दुनिया में 4.1 के मुकाबले 0.2 है

Delhi, 19 MAY 2020

देश में अब तक 24 लाख से अधिक लोगों का परीक्षण किया गया है। जिसमें दुनिया से कम लोग कोरोना को जानते हैं। जैसे-जैसे भारत के लोगों की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ी है, दुनिया में 4.1 लाख लोगों की मौत के मुकाबले भारत में मृत्यु दर घटकर 0.2 पर आ गई है। जो यह साबित करता है कि भारत के लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली दुनिया के किसी भी अन्य देश की तुलना में अधिक मजबूत है। भारत के लोग बीमारी से अच्छी तरह निपट सकते हैं। इसलिए सरकारों की जिम्मेदारी कम हो जाती है। कम बीमारी पाने वाली कोई भी चीज भारत या गुजरात सरकार के प्रयासों के कारण नहीं है, लेकिन क्योंकि लोग मजबूत और सख्त हैं, कम संक्रमित कोरोना महसूस किया जाता है। अगर कोई सरकार इसका श्रेय लेती है, तो यह सिर्फ पाखंड होगा।

दुनियाभर में प्रति लाख आबादी पर 4.1 मौत हो रही है और भारत में यह आंकड़ा प्रति लाख आबादी पर 0.2  है

अब तक, 24 लाख से अधिक नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है

पिछले 24 घंटों के दौरान, उपचार से कुल 2,350 कोविड-19 रोगी ठीक हो चुके हैं। इसके साथ ही ठीक हो चुके रोगियों की कुल संख्‍या 39,174 हो गई है। रोगियों के ठीक होने की दर  38.73 प्रतिशत हो चुकी है। रोगियो के ठीक होने की दर में लगातार सुधार हो रहा है।

भारत में वर्तमान में कोविड-19 के 58,802 सक्रिय मामले हैं। ये सभी सघन चिकित्सा देख रेख में हैं। सक्रिय मामलों से जुड़े केवल लगभग 2.9 प्रतिशत मरीज आईसीयू में हैं।

प्रति लाख आबादी पर मृत्यु दर के मामले में, भारत का आंकड़ा अभी तक प्रति लाख आबादी पर 0.2 मौतों का है जबकि पूरी दुनिया में प्रति लाख आबादी पर मौत की दर 4.1 है।  डब्ल्यूएचओ की स्थिति रिपोर्ट -119 में ऐसे देशों की सू‍ची दी गई है जहां प्रति लाख जनसंख्या पर सबसे ज्‍यादा मौतें हो रही हैं। सूची इस प्रकार है:

देश कुल मौत प्रति लाख मौत
विश्‍व 3,11,847 4.1
अमरीका 87180 26.6
ब्रिटेन 34636 52.1
इटली 31908 52.8
फ्रांस 28059 41.9
स्‍पेन 27650 59.2
ब्राजील 15633 7.5
बे‍ल्जियम 9052 79.3
जर्मनी 7935 9.6
ईरान 6988 8.5
कनाडा 5702 15.4
नीदरलैंड 5680 33.0
मेक्सिको 5045 4.0
चीन 4645 0.3
टर्की 4140 5.0
स्‍वीडन 3679 36.1
भारत 3163* 0.2

19 मई2020 तक के नवीनतम आंकड़े

भारत में तुलनात्‍मक रुप से मौत के मामलो में कमी के आंकड़े समय रहते रोग की पहचान करने तथा उसके लिए उचित उपचार प्रबधंन के उपायों को दर्शाते हैं।

Testing

देश में कल रिकॉर्ड संख्या में 1,08,233 नमूनों का परीक्षण किया गया। अब तक कुल 24,25,742 नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है।

जनवरी में देश में कोविड-19 की जांच के लिए जहां महज एक प्रयोगशाला थी वहीं अब इसमें  385 से अधिक सरकारी प्रयोगशालाओं और 158 निजी प्रयोगशालाओं को जोड़कर परीक्षण क्षमता में बहुत वृद्धि की जा चुकी है। सभी केंद्रीय सरकारी प्रयोगशालाओं, राज्य के मेडिकल कॉलेजों, निजी मेडिकल कॉलेजों और निजी क्षेत्र के साथ विधिवत भागीदारी के माध्‍यम से देश में परीक्षण क्षमता का विस्तार किया गया है। ट्रू नेट और सीबीएनएएटी  जैसी अन्य परीक्षण मशीनों को भी  परीक्षण के काम में तेजी लाने के लिए इस्‍तेमाल किया जा रहा है।

एम्स जैसे 14 प्रमुख चिकित्‍सा संस्थानों के माध्यम से, देश भर में प्रयोगशालाओं का संचालन पर्याप्त जैव सुरक्षा मानकों और उनकी मान्यता सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है। प्रयोगशालाओं में परीक्षण सामग्री की निरंतर आपूर्ति बनाए रखने के लिए  भारतीय  डाक और निजी एजेंसियों की सेवाएं ली जा रही हैं और ऐसी सामग्रियों के वितरण के लिए 15 डिपो बनाए गए हैं। कई भारतीय कंपनियों को ऐसी परीक्षण सामग्री का उत्पादन करने में मदद दी  जा रही है जिनका पहले विदेशों से आयात किया जाता था।  इससे देश भर में परीक्षण सामग्री की आबाध आपूर्ति बनाए रखने में मदद मिली है।

स्‍वास्‍थ्‍य  और परिवार कल्‍याण मंत्रालय के नए दिशानिर्देश

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोविड-19 के परीक्षण के संबंध में  संशोधित दिशानिर्देश जारी किए हैं। पहले निर्धारित किए जा चुके मानदंडों के अलावा, इसमें कोविड-19  के प्रभावी नियंत्रण और शमन के लिए अग्रिम मोर्चे पर तैना स्‍वास्‍थ्‍य कर्मियों, सभी अस्पताल में भर्ती मरीजों जिनमें आईएलआई  लक्षण विकसित होते हैं और  बीमारी के 7 दिनों के भीतर खास लक्षण दिखाई पड़ने वाले  मरीजों और प्रवासियों के लिए भी जांच की सुविधा का विस्‍तार किया गया है। विस्‍तृत ब्‍यौरे के लिए इन ऑनलाइन पतों पर संपर्क करें:

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कार्यस्थलों में सीओवीआईडी -19 के प्रसार को रोकने के निवारक उपायों के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। कार्यस्‍थलों में यदि संक्रमण को कोई संदिग्‍ध या पुष्‍ट मामला सामने आता है तो उससे निबटने के उपायों के बारे में इन दिशानिर्देशों में जानकारी दी गई है:

केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोविड-19 महामारी की स्थिति में दंत चिकित्सकों के लिए भी दिशा-निर्देश जारी किए हैं क्योंकि दंत चिकित्सकों और उनके सहायकों के साथ-साथ रोगियों में कोविड-19 के संक्रमण का काफी जोखिम है। विस्तृत दिशानिर्देश यहां देखे जा सकते हैं:

ये दिशानिर्देश (कर्मचारियों और आगंतुकों) द्वारा कोविड से बचाव के बुनियादी निवारक उपायों के रुप में हर वक्‍त देखे जा सकते हैं। इनमें संक्रमण होने की स्थिति में उसके प्रबंधन के साथ ही संक्रमण मुक्‍त किए जाने की प्रक्रिया की विस्‍तृत जानकारी दी गई है।

व्यक्तिगत स्वच्छता, हाथों को साफ रखना और श्वसन शिष्टाचार जैसे निवारक उपायों पर प्रभावी सामुदायिक जागरूकता सुनिश्चित करना, चेहरे को ढंकना और शारीरिक गड़बड़ी को बढ़ावा देना संक्रमण के मौजूदा दौर में काफी महत्वपूर्ण है।