अंडे से बच्चे पैदा करने के लिए मुर्गी नहीं, इन्क्यूबेटर – गुजरात में खाए गए 200 करोड़ अंडे
Incubator, not chicken to produce babies from eggs – 200 crore eggs eaten in Gujarat
दिलीप पटेल, 14 मई 2022
अंडे सेने की समस्या कई सालों से है। जिसे अब मिनी इन्क्यूबेटर द्वारा तैयार किया गया है। अंडों को निर्धारित तापमान पर एक मिनी इन्क्यूबेटर में रखकर आसानी से अंडे से निकाले जा सकते हैं। इसमें मुर्गी, बत्तख, तीतर की आवश्यकता नहीं होती है।
भाकृअनुप-केंद्रीय द्वीप कृषि अनुसंधान संस्थान ने 240 अंडों की क्षमता वाला एक मिनी इनक्यूबेटर-सह-हैचर विकसित किया है। 1000 पोल्ट्री किसानों ने दो साल में अंडों से 25000 चूजे पैदा किए हैं।
घरेलू पोल्ट्री मीट 450-500 रुपये प्रति किलो, अंडे 18 रुपये, चूजे 50-70 रुपये में मिल रहा है। ऑटो टाइमर को सेट तापमान तक बढ़ा दिया जाता है।
गुजरात में 2954 बॉयलर फार्म, 385 लेयर फार्म, 26 पेट्री, 64 सर्विस सेंटर हैं। 71 करोड़ मुर्गियां हैं। 2012 की तुलना में 45% की वृद्धि दर्शाता है। एक उन्नत मुर्गी औसतन 303 अंडे देती है। देशी मुर्गी साल में 148 अंडे देती है। वलसाड जिले में मुर्गियाँ सबसे अधिक अंडे देती हैं।
पोल्ट्री फैक्ट्री साल भर में 169 करोड़ अंडे और 23.62 करोड़ इंच देशी मुर्गियाँ और 193 करोड़ मुर्गियाँ पैदा करती है। घरेलू अंडों की संख्या को देखते हुए गुजरात में हर साल कुल 300 करोड़ अंडे खाए जाते थे।
गुजरात में अंडे की खपत में 4% की वृद्धि हुई है। अंडे खाने में गुजरात का 15वां स्थान है। नया मिनी इन्क्यूबेटर उन सभी के लिए काम कर सकता है।