AHMEDABAD: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ने धन जुटाने के लिए बातचीत शुरू कर दी है। महामारी की दूसरी लहर के कारण हवाई यात्रा की माँग कम हो गई है। एयरलाइन 3,500 करोड़ रुपये से 4,000 करोड़ रुपये तक जुटा सकती है।
वित्त वर्ष 2011 की तीसरी तिमाही में इंडिगो के पास 18,365 करोड़ रुपये का कैश रिजर्व था, जिसमें 7,444 करोड़ रुपये का कैश था।
जनवरी में पहले इंडिगो ने क्यूआईपी के जरिये 4,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई थी, क्योंकि यह उस समय जल्दी रिकवरी की तलाश में नहीं था। इंडिगो के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एयरलाइन का नकद संतुलन इसे बनाए रखने के लिए पर्याप्त था लेकिन यह दीर्घकालिक सोच रहा था और ऐसे परिदृश्य की तैयारी कर रहा था जो लंबे समय तक चले।
कैशडाउन ने नकदी को प्रभावित किया और लीज रेंट, रखरखाव लागत और मजदूरी पर इसका 40 प्रतिशत खर्च किया। दूसरी लहर का इंडिगो पर ऐसा प्रभाव पड़ा है कि फरवरी में 1,200 उड़ानों का संचालन करने वाली कंपनी ने प्रतिदिन केवल 715 उड़ानें संचालित कीं। घरेलू यात्रियों की संख्या एक लाख से कम हो गई और केवल 97,761 यात्रियों ने हवाई यात्रा की।