कोविद -19 संक्रमण की जांच में कई मानदंड निर्धारित किए गए हैं। अब, यदि रोगी अचानक सूंघने या स्वाद लेने, सूँघने, सूँघने, सूँघने, सुगंध करने की क्षमता खो देता है, तो केंद्र सरकार इसे एक कसौटी मान रही है। भारत में कोरोना वायरस के मामले 3 लाख तक पहुंच चुके हैं। नेशनल टास्क फोर्स की एक बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की गई थी, लेकिन कोई सहमति नहीं थी।
कई रोगियों में कोविद -19 जांच इसकी गंध या स्वाद की शक्ति खो देती है। इसके लक्षण देखे जा रहे हैं। इसलिए इसे एक मानदंड के रूप में शामिल किया गया है। फ्लू या इन्फ्लूएंजा किसी व्यक्ति की सूंघने या स्वाद लेने की क्षमता को भी बाधित करता है। यह बीमारी का शुरुआती लक्षण हो सकता है।
अमेरिका नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ, सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) का कहना है कि यह मई 2020 की शुरुआत में कोविद -19 की नई विशेषताओं को पेश करेगा, जिसमें गंध या गंध की हानि होगी। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च द्वारा 18 मई को जारी कोविद -19 के लिए संशोधित स्क्रीनिंग रणनीति के अनुसार, लक्षणों की शुरुआत के 7 दिन बाद इन्फ्लूएंजा जैसे लक्षणों के साथ अन्य राज्यों से लौटने और पलायन करने वालों को अंदर की जांच करनी होगी।