विधायक उमेश मकवाना बागी या गद्दार

भाजपा का भ्रष्टाचार उजागर, अब आप की बारी

दिलीप पटेल
अहमदाबाद, 30 जून, 2025 (गुजराती से गूगल अनुवाद)
पूर्व सांसद के निजी सहायक रहे बोटाद विधायक हमेशा सच्चाई उजागर करने में सबसे आगे रहते हैं। लोगों के काम करने में उनकी रुचि कम ही दिखती है, लेकिन भाजपा और आप की सच्चाई उजागर करने में वे हमेशा मजबूत नजर आते हैं। पहले उमेश मकवाना भाजपा में बागी थे, लेकिन अब वे आप में गद्दार की भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने आप के कार्यक्रमों में जाना बंद कर दिया और आखिरकार भाजपा में जाने से पहले आप ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया। अब वे आप की सच्चाई उजागर कर रहे हैं।

अगस्त 2020 में उनके निजी सहायक और भाजपा बोटाद नेता उमेश नारन मकवाना ने भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और भावनगर से तत्कालीन सांसद भारती शियाल पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने भारती शियाल पर सरकार द्वारा आवंटित अनुदान में से 10 प्रतिशत कमीशन लेने का आरोप लगाया था। आरोप लगाने के बाद उन्होंने बोटाद सांसद के प्रतिनिधि पद से इस्तीफा दे दिया था। फिर आम आदमी पार्टी ने उन्हें 2022 में उम्मीदवार बनाया और वे बोटाद से विधायक बन गए। वे पश्चिम रेलवे में जेडआरयूसीसी के सदस्य थे। उमेश ने भारती के भ्रष्टाचार की ओर भाजपा के शीर्ष नेताओं का ध्यान आकर्षित किया था। लेकिन जब पार्टी ने कार्रवाई नहीं की तो उमेश ने इस्तीफा दे दिया। अब जब उन्हें आम आदमी पार्टी से निकाल दिया गया तो उन्होंने भ्रष्टाचार और भाजपा से गठबंधन की पोल खोल दी। इस तरह वे जिसका वेतन लेते हैं, उसकी थाली का खाना खराब कर रहे हैं। अल्ट्राटेक, रेलवे, राष्ट्रीय राजमार्ग और सरकारी अनुदान के कारण दिया इस्तीफा अल्ट्राटेक, रेलवे, राष्ट्रीय राजमार्ग और सरकारी अनुदान में भाजपा सांसद भारती शियाल ने रिश्वतखोरी का आरोप लगाया था। उन्होंने घोषणा की कि भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के बजाय उन्होंने भाजपा के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। वे भाजपा कार्यकर्ता बन गए हैं। अनुदान में 20 प्रतिशत रिश्वत डॉ. धीरू और डॉ. भारती ने उमेश पर 9 साल में भ्रष्टाचार कर भाजपा सांसदों की कीमत कम करने का आरोप लगाया था। जब भी कोई कार्यकर्ता किसी काम के लिए अनुदान मांगता था, तो वे चालाकी से कमीशन मांगते थे। पति-पत्नी साथ रहकर प्रतिशत तय करते और अनुदान आवंटित करते थे। ब्लॉक और बाड़ अनुदान में कमीशन और बाड़ बनाने वाले पर अधिक राशि का बिल बाड़ बनाने वाले के पास रखकर चालाकी से भ्रष्ट होने का आरोप लगाया गया। उपाध्यक्ष 2020 से 2023 तक वे भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे, एक दिन एक जिला कार्यक्रम पर 1 करोड़ 25 लाख रुपये खर्च किए, जिसमें से 10 लाख रुपये सांसद के रूप में योगदान देना था। उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा था कि वे 10 लाख रुपये देंगे। मुकेशभाई लांगलिया ने विधानसभा चुनाव निधि से 10 लाख की राशि समायोजित की। कार्यालय घोटाला जब भावनगर भाजपा जिला कार्यालय 4 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया था, तो उन्होंने 20 लाख मांगने के बावजूद एक भी रुपया नहीं दिया। भारती शियाल से पहले भावना मकवाना सांसद थीं। उनके उत्तराधिकारी के रूप में शिव गोहिल वर्तमान में भावनगर से सांसद हैं।

सीमेंट कंपनी
उन्होंने आरोप लगाया कि उसने अल्ट्राटेक सीमेंट कंपनी से मोटी रिश्वत लेकर कोली समुदाय के किसानों की जमीन हड़प ली और अपने समुदाय के गांवों को बेच दिया। अवैध खनन के कारण आसपास की जमीन बंजर हो गई। और इसके लिए भारतीबेन शियाल को जिम्मेदार ठहराया गया।

भाजपा की रिश्वतखोर सांसद
शिकायत की कि सांसद रिश्वत ले रही हैं। बोटाद-साबरमती और धासा-जेतलसर मीटर गेज को ब्रॉड गेज में बदलने के काम में भ्रष्टाचार का आरोप था। उसमें भी सांसद भारतीबेन शियाल पर मोटी रिश्वत लेने का आरोप था।

उमेश ने पश्चिम रेलवे में विभागीय समिति के प्रबंधक को भ्रष्टाचार के सबूत दिए। रेलवे में भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद एक समिति बनाई गई। जो भ्रष्टाचार की जांच कर रही थी।

सांसद के नाम पर पति के हस्ताक्षर
उमेश ने आरोप लगाया कि भाजपा सांसद भारती शियाल के हस्ताक्षर उनके पति ने किए थे। उन्होंने महिला होने के नाते अपना पद नहीं बताया। सांसद डॉक्टर हैं, फिर भी उनकी ऐसी हालत है। उमेश नारन मकवाना ने कहा।

200 करोड़ की रॉयल्टी
200 करोड़ की रॉयल्टी चोरी का आरोप लगा। ब्लैकमेल कर निजी कंपनी से रिश्वत लेने का आरोप। निर्वाचन क्षेत्र का एक भी तालुका ऐसा नहीं है, जिसकी संपत्ति न हो।

राष्ट्रीय राजमार्ग
भावनगर से सोमनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर उन्होंने आरोप लगाया कि भारती शियाल ने 2 हजार करोड़ रुपये की परियोजना में बड़े पैमाने पर रिश्वत ली।

भावनगर सांसद भारती शियाल ने संसद में भावनगर-सोमनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग का काम पूरा करने की मांग की थी। सड़क को 2017 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। यह पूरा नहीं हुआ। छोटे ठेकेदारों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। छोटे ठेकेदारों को समय पर भुगतान नहीं किया गया। इसे संसद में पेश किया गया।

नवंबर 2023 में आरोप
लोकसभा चुनाव से पहले गुजरात में एक और पर्चा कांड की जानकारी सामने आ रही है। सूरत के बाद अब भावनगर सांसद भारती और उनके पति धीरू के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों वाला पर्चा सामने आया है। सांसद के अनुदान से 15 से 20 प्रतिशत कमीशन लिया जा रहा है। साथ ही इस पत्र में गंभीर आरोप लगाए गए हैं। जो पत्र वायरल हो रहा है और उससे भावनगर सांसद और उनके पति पर कई सवाल उठ रहे हैं। आरोप है कि 10 सूत्री पत्र उमेश ने लिखा है। क्योंकि उन्होंने पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाए थे, इसलिए पत्र में भी वही आरोप थे। पति डॉ. धीरू शियाल पर्चे को लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराने और इसकी जांच कराने जा रहे थे।

जमीन ली
सीहोर तालुका जीआईडीसी में 70 बीघा जमीन ली गई, जिसका बैंक से बंदोबस्त किया गया।

9 किलो सोना
आरोप है कि 8 से 9 किलो सोना खरीदा गया।

टिकट बेचे गए
राजस्थान क्षेत्र के संगठन

नाना के प्रभारी होने की जिम्मेदारी भावनगर सांसद भारती को दी गई थी। उस समय उन्होंने विधानसभा टिकट के लिए पैसे लेकर सेटिंग की थी। उन्होंने पैसे लेकर राजस्थान विधानसभा टिकट के लिए सेटिंग शुरू कर दी थी। इसकी जांच की जाए तो राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भारतीबेन शियाल का अकल्पनीय घोटाला सामने आएगा। सभी की भावना और मांग है कि ऐसे उम्मीदवार दोबारा न हों।

सांसद हैं डॉक्टर
तलाजा स्थित कोली नेता और आयुर्वेद चिकित्सक डॉ. भारती धीरू शियाल लोकसभा चुनाव 2014, 2019 में भाजपा सीट से भावनगर से सांसद बनीं। वे 2012 में तलाजा से विधायक रहीं। 23 मार्च 1964 को भावनगर में जन्मीं। 7 दिसंबर 1986 को भारती की शादी डॉ. धीरू बी शियाल से हुई। उनकी दो बेटियां हैं। खेती-किसानी के व्यवसाय से जुड़ी हैं। डॉ. भारती शियाल ने आयुर्वेद विश्वविद्यालय जामनगर के गुलाबकुंवर आयुर्वेद कॉलेज से बीएएमएस की पढ़ाई की है। भावनगर जिला पंचायत की दो बार अध्यक्ष रहते हुए डॉ. भारती शियाल ने 2014 से 2019 तक भावनगर में 15.59 करोड़ रुपए खर्च किए। प्रत्येक सांसद को 25 करोड़ रुपए का अनुदान मिला। जिला मजिस्ट्रेट ने 21.67 करोड़ रुपए स्वीकृत किए। जिसमें से 17.5 करोड़ रुपए भारत सरकार ने आवंटित किए। मंदिर विवाद भावनगर में शिवाजी सर्किल जकातनाका के पास सड़क बनाने के बहाने गरीबों के कारोबार और खोडियार माताजी के मंदिर को ध्वस्त करने के लिए बुलडोजर चलाया गया। सांसद भारती शियाल ने उसी जगह चुनाव कार्यालय बना लिया था। गरीबों और मंदिर को उजाड़कर सांसद बनने के लिए लोग उन्हें माफ नहीं कर सकते। कांग्रेस के आरोप कांग्रेस नेता मनहर पटेल ने कहा, अल्ट्राटेक कंपनी से उनका क्या संबंध है? रेलवे, नेशनल हाईवे में भ्रष्टाचार कर उन्हें धमकाकर वसूली की जा रही है। उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। संसद का नाम भ्रष्टाचार में कलंकित हो रहा है। सांसद भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। उन्हें इसे जनता के सामने उजागर करना चाहिए। (गुजराती से गूगल अनुवाद)