सिलीगुड़ी, 20 जून 2020
पश्चिम बंगाल में, Tibet क्षेत्रीय तिब्बती युवा कांग्रेस ’के सदस्यों ने सिलीगुड़ी में चीन विरोधी प्रदर्शन का मंचन किया, जिसमें सभी से चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने और चीनी मोबाइल ऐप हटाने का आग्रह किया गया।
पश्चिम बंगाल में चीनी कंपनियों के खिलाफ भारी संघर्ष चल रहा है।
West Bengal: Members of 'Regional Tibetan Youth Congress' hold an anti-China protest in Siliguri, appealing to all to boycott Chinese products and delete Chinese mobile apps. pic.twitter.com/jS6WMcFQox
— ANI (@ANI) June 20, 2020
भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव ने भारतीयों को नाराज कर दिया है। लेकिन सरकार नहीं बढ़ी है। लोग अब चीनी सामानों के बहिष्कार के लिए प्रतिबद्ध हैं। बहिष्कार न केवल ऑफ़लाइन बाजारों में बल्कि ऑनलाइन भी किया जाएगा। सरकार इसके लिए एक नई योजना तैयार कर रही है। भारत सरकार ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए एक नए नियम पर विचार कर रही है जिसमें उन्हें अपने प्लेटफॉर्म पर बेचे गए किसी भी उत्पाद पर लिखना होगा कि यह देश में बना है या नहीं। चीन न केवल हर देश की कंपनियों पर लागू होगा।
भारत सरकार वास्तव में चीन से आयात को कम करने के लिए यह कदम उठा रही है। इससे देश को चीनी आयात पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।
चीन का व्यापार 47 अरब है। 31 मार्च, 2020 को समाप्त वित्तीय वर्ष के पहले 11 महीनों में, चीन से आयात में वृद्धि हुई, जबकि निर्यात में गिरावट आई। उपभोक्ता यह तय कर सकेंगे कि वे भारत में बना सामान खरीदना चाहते हैं या नहीं। जल्द ही एक मसौदा ई-कॉमर्स नीति जारी करेंगे।