कांकरिया में गुब्बारे में बैठकर मोदी का वादा हवा में उड़ गया

दिलीप पटेल
अहमदाबाद, 7 जुलाई 2025
8 सितंबर 2010 को आसमान से अहमदाबाद को देखने वाले एक बड़े गुब्बारे में बैठकर नरेंद्र मोदी ने गुजरात की जनता से वादा किया था कि उन्होंने जनता को विकास की लागत का हिसाब दिया है। गुब्बारा एक साल तक चला, फिर खराब हो गया और पूरी तरह से बंद हो गया। तब से 13 साल हो गए हैं। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभी तक 10 करोड़ रुपये के इस गुब्बारे का हिसाब नहीं दिया है।

गुब्बारे में बैठते ही उन्होंने घोषणा की कि वे हर साल 5 हजार गरीब बच्चों को आसमान में सैर कराएंगे। वह भी नहीं हुआ।

मोदी ने भारत में पहली बैलून सफारी की घोषणा की थी। मोदी ने इसका भ्रमण किया और खूब तस्वीरें खींचीं। उन्होंने आसमान से तस्वीरें खींचीं।

मोदी ने अहमदाबाद के कांकरिया में बैलून सफारी उड़ाकर टेथर्ड हीलियम बैलून का उद्घाटन किया।

हर सप्ताह सोमवार से शुक्रवार सुबह 8 से 10 बजे तक 15 वर्ष से कम आयु के स्कूली बच्चों को 10 रुपये की दर पर बैलून सफारी की अनुमति दी जाएगी।

मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैलून सफारी को भारत में अपनी तरह की पहली सफारी बताते हुए अहमदाबाद के कांकरिया में जनता से कहा कि गुजरात सरकार ने विभिन्न विकास उपलब्धियों के माध्यम से लोगों के प्रयासों का लेखा-जोखा दिया है।

एक तरफ पूरा गुजरात हर क्षेत्र में परचम लहरा रहा है, वहीं दिल्ली में केंद्र सरकार की नाक के नीचे बेईमानी, घोटाले और भ्रष्टाचार के कारण राष्ट्रमंडल में भारत की प्रतिष्ठा धूमिल हो रही है।

मोदी के शब्द अब गुजरात में व्याप्त भ्रष्टाचार से निकल रहे हैं।

अहमदाबाद नगर निगम ने 2010 में कहा था कि उसने मेसर्स स्काईवंडर्स कंपनी के साथ मिलकर सार्वजनिक-निजी भागीदारी के माध्यम से मात्र पंद्रह महीने में 10 करोड़ रुपये की लागत से देश की पहली टेथर्ड हीलियम बैलून सफारी परियोजना को क्रियान्वित किया था।

कांकरिया में तीन हजार वर्ग मीटर जमीन इस बैलून सफारी की अनूठी सुविधाओं के साथ उपलब्ध कराई गई है। आज इस जमीन की कीमत 100 करोड़ रुपये है।

श्रावण मास के अंतिम दिन गुजरात के लोगों को यह तोहफा देते हुए मोदी ने साढ़े तीन सौ फीट की ऊंचाई पर बैलून सफारी उड़ाई और कांकरिया-अहमदाबाद की खूबसूरती को महसूस किया। उन्होंने तस्वीरें भी खींचीं।

अहमदाबाद जिले की प्रभारी और राजस्व मंत्री आनंदी पटेल, अहमदाबाद नगर निगम के मेयर काना ठाकोर, सांसद सुरेंद्र पटेल, हरिन पाठक, किरीट सोलंकी, विधायक राकेश शाह, वल्लभ काकड़िया समेत 103 भाजपा नेता मौजूद थे। गुजरात की जनता इन सभी नेताओं से 2025 में हिसाब मांग रही है।

काना ठाकोर ने टेथर्ड बैलून की अमूल्य सौगात को नागरिकों और पर्यटकों की सुविधा के लिए तोहफा बताया और इस परियोजना के पूरा होने का पूरा श्रेय मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया।

मोदी ने शानदार बैलून सफारी का तोहफा जनता को समर्पित करने की उपलब्धि के लिए पूरे नगर निगम के सहयोगियों को हार्दिक बधाई दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांकरिया के जीर्णोद्धार के बाद एक करोड़ पर्यटक यहां आ चुके हैं।

उन्होंने खारीकट नहर के जीर्णोद्धार, भद्रकाली मंदिर परिसर के विकास, साबरमती गांधी आश्रम को गांधीजी के युग के स्मारक के रूप में दुनिया के सामने पेश करने और अहमदाबाद के लोगों से किए गए वादों को पूरा करने के लिए एक हजार करोड़ रुपये की अहमदाबाद सिविल अस्पताल के विकास परियोजना को गर्व से रेखांकित किया।

अहमदाबाद के बीआरटीएस और साबरमती रिवरफ्रंट परियोजना ने अहमदाबाद की रौनक बदल दी है। इस सरकार ने इस तरह से विकास किया है कि जनता के पैसे का इस्तेमाल विकास के लिए किया जा सके। मोदी ने कहा कि एक तरफ गुजरात जमीन से विकास की ऊंची उड़ान भर रहा है, वहीं दिल्ली में कॉमनवेल्थ गेम्स में भ्रष्टाचार, बेईमानी और घोटाले के अलावा कुछ नहीं है।

जो लोग गुजरात की विकास यात्रा को बर्दाश्त नहीं कर सकते, वे हर दिन सड़कें रोकने की कोशिश कर रहे हैं, मोदी ने विश्वास जताया कि जनता उनका हक अदा करेगी।

लेकिन मोदी जी ने जो वादा किया था, वो आज 15 साल से हवा में है। उन्होंने कहा था कि वो इस गुब्बारे में बैठकर लोगों के विकास का हिसाब देंगे। आज उस गुब्बारे को बंद हुए 13 साल हो गए हैं। अब नुकसान का हिसाब कौन देगा?