नागपुर 28 नवंबर 2020
गुजरात में जीस तरह से स्टेशन बने है ठीक उसी तरह से नागपुर के अजनी स्टेशन को इंटर मॉडल स्टेशन बनाने की तर्ज पर कार्य किया जा रहा है। यहां एक ही स्थान से शहरवासियों और रेलवे से आने वाले यात्रियों को मेट्रो सुविधा, बस, टैक्सी सुविधा मिल सकेगी। इस इंटर मॉडल स्टेशन के लिए रेल लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी और एनएचएआई भी एमओयू साइन किया। इसके लिए टेंडर निकाल दिया है। वर्तमान में इसकी बिडिंग प्रक्रिया जारी है। टेंडर कुल 1053.38 करोड़ का है।
इस प्रोजेक्ट की तैयारी 2018 से ही शुरू हो चुकी थी। कमर्शियल उपयोग के लिए भी इमारतें बनाई जाएंगी। साथ ही इसमें रेलवे के भी क्वार्टर और ऑफिस सहित हेल्थ सेंटर, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, जोन 4 डीसीपी ऑफिस भी लगभग 70 करोड़ में बनेगा। इसके साथ ही पर्यावरण की दृष्टि से रेल वॉटर हार्वेस्टिंग और सोलर पैनल का उपयोग होगा।
यह काम होंगे
रेलवे टर्मिनल में अजनी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 7 का निर्माण किया जाएगा, जहां पर एस्केलेटर और लिफ्ट लगाई जाएगी। इसके साथ ही स्टेशन से आईएमएस की कोर बिल्डिंग तक 3 फीट ओवरब्रिज तैयार किए जाएंगे। इसमें दो ब्रिज 10 मीटर चौड़ाई के रहेंगे और एक ब्रिज 30 मीटर चौड़ा रहेगा। रेलवे स्टेशन बिल्डिंग का भी रिनाेवेशन किया जाएगा। आईएमएस के कोर और रेलवे के बीच में भविष्य में होने वाले विकास के लिए 270 मीटर की जगह भी छोड़ी जाएगी।
अजनी में रेल्वे कि ४५० एकड जमीन है, जबकी आयएमएस (इंटर मॉडेल स्टेशन) के लिए ५० से ६० एकड जमीन कि जरुरत है । मेट्रो स्टेशन, रिंग रोड कि सुविधा यहां उपलब्ध होने से रेल, बस, और मेट्रो एक ही जगह पर यात्रीयो को उपलब्ध होंगी । विमानतल से भी अजनी कनेक्ट है । मल्टी लेवल पार्किंग एवं कमर्शियल कॉम्प्लेवक्स का इसमे समावेश होंगा । इसी तऱ्ह जेल कि जमीन भी १५० एकड है । इस विषय पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जेल भी शहर सीमा से बाहर जा रहा है। इस जगह का भी उपयोग हो सकता है । खापरी में लॉजिस्टिक हब पर हुई चर्चा के दौरान गडकरी ने कहा कि, खापरी कि काफी जगह पार्क के लिए मिल सकती है, एच.पी.सी.एल भी शहर के बाहर जा रहा है ।
अजनी और खापरी स्टेशन को इंटर मॉडेल स्टेशन और लॉजिस्टिक हब बनाने के लिए १४०० करोड खर्च होने कि जानकारी दी । केंद्रीय बजट में १६०० करोड का प्रावधान होने कि जानकारी मिलते ही गडकरी ने दोनो परियोजनाओ का विश्व स्तरीय प्लान बनाने और इस कार्य में नागपुर महानगर विकास प्रदेश प्राधिकरन, नागपूर महानगर पालिका, नागपूर के संयुक्त सहयोग लेने का निर्देश दिये ।
नागपुर के अजानी में प्रस्तावित इंटरमॉडल स्टेशन प्रोजेक्ट (IMS) के लिए लगभग 7,000 पेड़ों को गिराने का प्रस्ताव है। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय कार्यालय ने स्पष्ट किया कि IMS परियोजना पर्यावरण प्रभाव आकलन के साथ प्रतिध्वनित है। विस्तृत परियोजना अध्ययन के अनुसार, लगभग 1,940 पेड़ों को गिराने का प्रस्ताव है। यह भी प्रस्तावित है कि वन विभाग और वन विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार इन पेड़ों की अधिकतम संख्या की प्रतिकृति या प्रत्यारोपण किया जाएगा। एनएचएआई के क्षेत्रीय कार्यालय ने यह भी बताया कि एनएचएआई द्वारा नागपुर और उसके आसपास राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं पर उपलब्ध रिक्त स्थानों पर 25,000 पेड़ों का प्रतिपूरक वनीकरण किया जाएगा।
इंटरमॉडल स्टेशन का निर्माण अजनी में करने का प्रस्ताव है, जिसमें भारतीय रेलवे की 44.4 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया गया है, जो रेलवे पटरियों से सटे उपलब्ध है, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और मेट्रो स्टेशन की सुविधा के साथ प्रति दिन 3 लाख से अधिक यात्रियों की क्षमता से निपटने के लिए। प्रस्तावित आसपास के क्षेत्र में। इस परियोजना को लोगों के सर्वोत्तम हित में नागपुर शहर के विकास के लिए लिया गया है क्योंकि वर्तमान में नागपुर सेंट्रल स्टेशन भारी भीड़भाड़ वाला है और इसमें विस्तार की सीमित गुंजाइश है। इंट्रा-सिटी और अंतर-सिटी बसों के लिए कोई संगठित बस टर्मिनस नहीं हैं। यह सड़क यातायात में वृद्धि और शहर भर में इसी प्रदूषण के लिए अग्रणी है।
प्रस्तावित इंटरमॉडल स्टेशन 16,31,737 लीटर ईंधन की बचत करेगा और 75,65,196 किलोग्राम को रोकेगा। वर्ष 2050 तक की अवधि में कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन।
तदनुसार, इस सुविधा को पर्यावरण के अनुकूल तरीके से विकसित किया जा रहा है, जिसमें डिजाइन में पर्याप्त खुला और हरा स्थान शामिल है। नागपुर में NHAI के क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस सुविधा के विकास से भीड़ और प्रदूषण में कमी सहित पर्यावरणीय लाभ होगा।