गांधीनगर, 13 अगस्त 2020
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नित्य गोपाल दास कोरोना ग्रस्त हो गये है। एक सप्ताह पहले वो प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी को मीले थे। नित्य गोपाल दास कोरोना टेस्ट पॉजिटिव हुंए हैं। नित्य गोपाल दास को सांस लेने में परेशानी हो रही थी। ऑक्सीजन पर रखे गये है। नित्य गोपाल दास इस समय मथुरा में हैं। आगरा से डॉक्टर्स नित्या गोपाल दास का इलाज करने पहुंचे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मथुरा के जिला कलेक्टर नरेश त्रेहन और वेदांता अस्पताल के डॉक्टर से बात की है। 13 अगस्त 2020 को मथुरा में जन्माष्टमी यात्रा के दौरान उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया था।
राम जन्मभूमि शिलान्यास कार्यक्रम में गुजरात के 7 लोग शामिल थे। वे गुजरात लौट आए हैं। वे प्रसाद के लड्डू ले आए थे। उन्हें सभी को अलग करना होगा और कोरोना परीक्षण करना होगा। यह पूरे देश में होने जा रहा है।
अमित शाह तबलिगी जमात में नहीं है
पिछले कुछ दिनों में, अयोध्या में राम मंदिर के दो पुजारी कोरोना से संक्रमित पाए गए। इसके अलावा, कई पुलिसकर्मियों ने भी कोरोना के लिए सकारात्मक परीक्षण किया। राम जन्मभूमि मंदिर का भूमिपूजन कार्यक्रम तब्लीगी जमात जैसा हो गया है। सैकड़ों लोगों नित्य गोपाल दास को मेले थे। हाथ में प्रसादी ली थी। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और 300 अन्य उपस्थित थे। इन सभी लोगों को अब कोरोन्टाईन करना होगा। अमित शाह पहले ही कोरोना से पीड़ित हो चुके थे। ईस लीए वो तबलिगी जमात में नहीं है।
1 लाख लड्डु पूरे हिंदुस्तार में भेजे
सबसे गंभीर बात यह है कि यह मंदिर का तीसरा भिक्षु है जिसको कोरोना हुआ है। राम जन्मभूमि की आधारशिला रखने के समय, ये 3 पुजारी, पुलिस, कार्यकर्ता और प्रसाद के लाडू बनाने वाले भी संक्रमित हो सकते हैं। 1 से 1.25 लाख लड्डू का प्रसाद बना और देशभर में यहां से भेजा गया। उनमें संक्रमित बनने की क्षमता होती है।
जन्मभूमि शिलान्यास तब्लीगी जमात से भी खतरनाक
इस प्रकार राम जन्मभूमि शिलान्यास कार्यक्रम दिल्ली के मुसलमानों के तब्लीगी जमात से भी अधिक खतरनाक हो गया है। तबलीगी जमात को धार्मिक विवाद का मुद्दा बनाकर भगवा पार्टी की आईटी सेल ने मुस्लिम विरोधी हवा फैलाकर राजनीतिक लाभ उठाया। पूरे देश के लोग यह मानने लगे थे कि तब्लीकी जमात भारत में कोरोना के आगमन के लिए जिम्मेदार है। इस प्रकार अब ब्रिगेड राम जन्मभूमि के शिलान्यास के लिए ऐसा प्रचार नहीं करेगी।
नित्य गोपाल को कंई लोक मीले
नित्य गोपाल राम जन्मभूमि शिलान्यास कार्यक्रम एक सप्ताह पहले आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में आए सभी लोग नित्य गोपाल के पास गए होंगे, उन्हें पदचयन हुआ होगा। उसने उनसे हाथ मिलाया होगा। इसमें तो कोई शक ही नहीं है। उन्हें सभी को अलग करना होगा। 5 अगस्त 2020 के आसपास एक सप्ताह में अयोध्या में 700 लोगों कोरोना में कारात्मक थे। फीर भी कार्यक्रम रखा गया था।
First meeting of the Ram Mandir Trust; Nitya Gopal Das named President of the Trust https://t.co/6S7jl4Ag3x
— ANI (@ANI) February 19, 2020
भाजपा और संघ को जिम्मेदार ठहराया जाएगा
राम जन्मभूमि शिलान्यास कार्यक्रम में गुजरात के 7 लोग शामिल थे। वे गुजरात लौट आए हैं। वे प्रसाद के लड्डू ले आए थे। उन्हें सभी को अलग करना होगा और कोरोना परीक्षण करना होगा। यह पूरे देश में होने जा रहा है। अयोध्या में 67 सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं। इस कार्यक्रम में 200 लोग शामिल हुए। जिसमें 10 हजार सुरक्षाकर्मी मौजूद थे।
जहाँ कहीं स्वालद लड्डू गया है, वहाँ एक अच्छा मौका है कि कोरोना फैल जाएगा। फिर भी यह रामजन्मभूमि शिलान्यास कार्यक्रम आयोजित किया गया। तबलीक जमात वाला का काम मोदी, संघ के मोहन भागवत, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, मंदिर ट्रस्ट, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किया है। सबसे बड़ी जिम्मेदारी इन 4 लोगों की है। उनके और तब्लीगी जमात में कोई अंतर नहीं है। तबलीकी जमात द्वारा किया गया कार्य प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया है। वास्तव में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी और योगी आदित्यनाथ ने अह कार्यक्रम रखने की मंजूरी नहीं देनी चाहीए थी।
कोरोने बाद बेहतर कार्यक्रम रख शकते थे
दूसरी बार रामजन्मभूमि शिलान्यास कार्यक्रम करने की आवश्यकता ही कहाँ थी। मंदिर का निर्माण शुरू करने के बाद, कोरोना नष्ट होने के बाद इस तरह के बडे पैमानो पे कार्यक्रम को आयोजित करने में सक्षम थे। जिसमें 25 हजार लोग उपस्थित हो सकते थे। कार्यक्रम को बहुत बेहतर रखा जा सकता था। जीस मे अडवानी, मुरली मनोहर, यशवंत सिंहा, डो.प्रविण तोगडिया जैसे सभी लोको को बुलाकर भव्य कार्यक्रम रखा जा शकता था।