सरकार जो न कर शकी वो गुजरात के गांवो ने दो दिन में कर दिखाय़ा

गांधीनगर, 4 मे 2021

केवल दो दिनों में, गुजरात राज्य के सभी 248 तालुका के 14246 ग्राम पंचायतों में 10,320 हजार सामुदायिक कोविद देखभाल केंद्र कार्यरत लोगो ने कर दीया हैं। जिसमें 1.05 लाख बेड की व्यवस्था की गई है। इस तरह, कोरोना पूरे गुजरात में फैल गया है। जो काम सरकार को करना था वो काम गांव के लोगो ने कर दीखाया है। भाजपा की रूपानी सरकार कुछ नहीं कर रही है।

स्कूल परिसर, जाति फार्म, सरकारी स्कूल, सामुदायिक हॉल, समाजवादी, छात्रावास या सरकारी भवन, बड़े खाली मकान, सभाएँ, पंचायत घर जैसे गाँवों में अलगाव केंद्र, कोविद देखभाल केंद्र स्थापित किए गए हैं। ग्रामीणों को सर्दी, खांसी, सामान्य बुखार जैसे लक्षणों से अलग किया जा रहा है।

बेसल स्वास्थ्य सुविधाओं जैसे मानक दवाओं, विटामिन-सी, एजिथ्रोमाइसिन, पैरासिटामोल, आयुर्वेदिक जलसेक के साथ-साथ नाड़ी ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर को अलगाव केंद्र-कोविद केयर सेंटर में रहने वाले लोगों के आवास के लिए प्रदान किया जाता है। सरकार ने इसकी व्यवस्था नहीं की है।

सामुदायिक विकास देखभाल केंद्र जिला विकास अधिकारी, तालुका विकास अधिकारी और ग्राम नेताओं के 10 व्यक्तियों की एक समिति की भागीदारी से शुरू किए जा रहे हैं।

दंगों जैसे सुदूर आदिवासी क्षेत्रों में, 83 केंद्रों में 1242 बेड स्थापित किए गए हैं और उत्तर गुजरात के बनासकांठा के सीमा क्षेत्र में 6400 बेड के साथ 897 सामुदायिक कोविद देखभाल केंद्र स्थापित किए गए हैं।