Tag: Climate Change
लखनऊ के दशहरी और जूनागढ़-अमरेली की केसर आम पर जलवायु परिवर्तन का समान ...
गांधीनगर, 2 जुलाई 2021
जलवायु परिवर्तन के कारण केसर आम और लखनऊ के दशहरी आमों को बुरी तरह नुकसान पहुंचा है। ये दोनों आम अपने रंग, बनावट और स्वाद के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं। दोनों केरी को इस साल जलवायु परिवर्तन के कारण भारी नुकसान हुआ है। आम की दोनों फसलें संकट में आ गई हैं। गुजरात में सभी प्रकार के आमों का उत्पादन 13 लाख टन होने का अनुमान लगाया गय...
निरल पटेल, सीड बैंक बनाकर लोगों को दुर्लभ पौधों का बीज दे रहे है, देसी...
गांधीनगर, 26 नवम्बर 2020
पालनपुर के निरल पटेल ने कुछ समय से बीज बैंक की स्थापना की हैं। विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को बीज इकट्ठा करके देते है। ताकि लोग लुप्तप्राय या दुर्लभ पौधे उगाएं। सामने से लोक उनको बीज पहोंचाते है। अस तरह से बेंक में बीज आते है और लोगों को मीलतां है।
निरल कहते हैं, "मैं प्रकृति के आसपास के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर ...
गुजरात में देशी हेरीटेज आम की किस्मे बचाओ आंदोलन, जल-जलवायु परिवर्तन स...
केसर आम के जल-जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए देशी काले पत्ते की आम की कटाई के सफल प्रयोग, गिर के किसानों में नर्सरी
अमदावाद, 8 नवेम्बर 2020
मनसुखभाई सुवागिया, जिन्होंने पूरे गुजरात की यात्रा की और आम के गुणवत्ता की जानकारी प्राप्त की, जानकारी मिली है कि अकेले गिर क्षेत्र में 8,000 प्रकार के देशी आम हैं। कई किस्में हैं जिनमें केसर आम की तुलना...
गुजरात की खेती, गौचर पर खतरा बढा है गाजर घास का, जलवायु परिवर्तन के सा...
गांधीनगर, 23 सितंबर 2020
जिस तरह से अमेरिका से गांडा-पागल बबूल आया था, उसी तरह से गाजर घास (पार्थेनियम घास) भी अमेरिका से आई थी। लाल गेहूं PL-480 के साथ भारत आया। वर्तमान में 50 लाख हेक्टेयर में फैला हुआ है। जिसे गाजर घास, गाजरी घास, जाल, खरपतवार और पंखुरी के नाम से भी जाना जाता है। 90 सेमी से एक – देढ मीटर की ऊंचाई तक बढ़ता है। लंबाई में 1.5 मी...
हिमालय क्षेत्र में एयरोसोल वायु गुणवत्ता, जलवायु परिवर्तन प्रभाव पर ऑन...
एरीज नैनीताल द्वारा वृहत हिमालय क्षेत्र में एयरोसोल वायु गुणवत्ता, जलवायु परिवर्तन और जल संसाधन तथा आजीविका पर औद्योगिकरण और शहरीकरण के प्रभाव का अध्ययन करने के लिए ऑनलाइन अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन
दिल्ही 24 अगस्त 2020
वृहत हिमालय क्षेत्र में हवा में एरोसोल वायु गुणवत्ता,जलवायु परिवर्तन और जल संसाधन तथा आजीविका पर औद्योगिकरण और शहरीकरण के...
पहली बार, दुनिया के सबसे ठंडे क्षेत्र में उगते सूरज को इतनी गर्मी मिले...
जब भी पृथ्वी पर बाढ़ आई है, तब से बर्फ पिघल गई है। वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि जलवायु परिवर्तन के कारण आर्कटिक क्षेत्र में तापमान दोगुना हो रहा है। साइबेरिया के खटंगा क्षेत्र में औसत तापमान 0 डिग्री है। लेकिन इस बार यहां का तापमान 25 डिग्री तक पहुंच गया। जहां हर तरफ बर्फ थी, वहां अब हरियाली है।
अगले कुछ हफ्तों में आर्कटिक महासागर के कुछ हिस्स...