Tuesday, June 24, 2025

Tag: Pollution

गुजरात में प्रदूषण से 2 लाख लोगों की मौत!

वायु प्रदूषण 13 दिसंबर 2024 भारत में जानलेवा प्रदूषण ने एक दशक में 38,00,000 लोगों की जान ले ली है. उस हिसाब से गुजरात में 2 लाख लोग प्रदूषण की चपेट में आ चुके हैं. हालाँकि, गुजरात की भाजपा सरकार प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को महत्व दे रही है। अहमदाबाद से वापी तक उद्योगों का सुनहरा गलियारा अब मौत का गलियारा बन गया है। अगस्त 2018 में, राज्य ...

गुजरात के शहर गर्मी, बाढ़, प्रदूषण, किसान और सूखे से बदलती हवाओं से प्...

गुजरात का जलवायु मानचित्र अब कैसा दिखता है? बढ़ती जलवायु परिवर्तनशीलता राज्य की पर्यावरणीय कमजोरियों को बढ़ा रही है। गांधीनगर, 16 नवंबर 2023 गुजरात राज्य के दक्षिणी हिस्सों में अब कम बारिश हो रही है। सूरत में, स्थानीय लोगों का कहना है कि शहर का वर्षा पैटर्न लगभग 20 साल पहले बदलना शुरू हुआ, जिसके कारण शहर में हर साल कम बारिश वाले दिन होते थ...

टोरेन्ट बिजली संयंत्र प्रदूषण के कारण अहमदाबाद और सूरत में मर रहें लोग...

गांधीनगर, 17 जुलाई 2023 2018 में गुजरात में वायु प्रदूषण के कारण 30,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई। गुजरात के लोगों के लिए वायु प्रदूषण बन गया यमराज. गुजरात के लोग समय से 2 साल पहले मर रहे थे. अहमदाबाद बना गुजरात का सबसे प्रदूषित शहर.. 18 फरवरी 2023 के ताजा आंकड़ों के मुताबिक अहमदाबाद भारत का 10वां सबसे प्रदूषित शहर पहुंच गया. 2021 में अहमदाबाद...

कच्छ की खाड़ी में 1000 लाख टन कच्चे तेल का आयात, अगर गिरा तो जीवन का व...

गांधीनगर, 1 दिसंबर 2020 गुजरात कच्छ का मरीन सेंचुरी में मालवाहक जहाज में दुर्घटना के कारण तेल फैलने की संभावना अधिक होती है। यदि बड़ी मात्रा में तेल फैलता है तो, कुछ ही मिनटों में करोडो जीवो की जान जा सकती थी। कच्छ का मरीन सेंचुरी का 457 वर्ग किलोमीटर और राष्ट्रीय उद्यानों का 163 वर्ग किलोमीटर समुद्री जीवन का घर है। वहाँ समुद्री घास के मैदान,...

मोरबी की टाईल्स इंडस्ट्री ने बीजेपी कोे विधानसभा मेें जीता दी, लेकिन स...

गांधीनगर, 23 नवम्बर 2020 मोरबी में विधानसभा उपचुनाव में भाजपा को जीतने के कुछ दिनों बाद मोरबी के उद्योगो को हारना पडा है। सभी भारतीय उद्योग मंदी में हैं लेकिन मोरबी का सिरेमिक उद्योग फलफूल रहा है, बहुत बड़ा उछाल है। दुनिया ने चीन से टाइल्स मंगवाना बंद कर दिया है और मोरबी से ऑर्डर कर रही है। मोरबी, राजकोट, वांकानेर में कोयला आधारित गैसीफायर द्...

300 टन खतरनाक कचरे को डंप किया, कलोल पेपर मिल के काले प्रदूषण के खिलाफ...

गांधीनगर, 7 जुलाई 2020 गुजरात के गांधीनगर के कलोल औध्योगिक विस्तार में एक पेपर मिल ने खतरनाक जहरीले मलबे को वटवा गांव मे फैका है जो खतरनाक प्रदूषण फैला रहा है। दहेगाम के पास वटवा गांव के लोगों ने उजागर किया है कि गुजरात प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ऐसे असामाजिक कारखानों को कैसे चलाता है। GPCB  पर व्यापक भ्रष्टाचार का आरोप लगाया जा रहा है। पुलिस ने जह...

मैं प्रदुषित हो रही हुं, कौन मुझसे बात करेगा? दमन गंगा नदी, दक्षिण गु...

https://www.youtube.com/watch?v=fa0xKVewleE&feature=youtu.be वडोदरा, 1 जूलाई 2020 "मैं नदी नहीं एक डंप यार्ड हूँ। कौन मुझसे बात करेगा? कौन मेरी बात सुनेगा? कौन मेरी देखभाल करेगा?" कौन मेरी देखभाल करना चाहता है? - दमन गंगा नदी, दक्षिण गुजरात,  (रोहित प्रजापति) हमने संबंधित अधिकारियों को बार-बार सूचित किया है कि वापी औद्योगिक क्लस्टर के ...

गांधीजी के समय के गोरों की तुलना में गुजरात में भगवा अंग्रेज़ी का व्यं...

दिलीप पटेल अहमदाबाद, 21 मार्च 2020 गुजरात पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड, भावनगर के घोघा तालुका के बाडी-पडवा गांव में एक राज्य के स्वामित्व वाली उद्यम है। किसान द्वारा सत्याग्रह आंदोलन GPCL के खिलाफ  कर रहे हैं। अंग्रेजों ने आजादी के समय भारत में ईतना लाठीचार्ज नहीं किया था, लेकिन भाजपा की भगवा ब्रिटिश सरकार ने यहां क्रूरतापूर्वक अत्याचार किया था। ज...

गुजरात का ग्रीन बजट 6 हजार करोड़ होने के बावजूद प्रदूषण कम क्यों नहीं ...

गुजरात में जलवायु परिवर्तन विभाग को 2020 में 5,922 करोड़ रुपये का ग्रीन बजट मिला है, इसके अलावा 1810 विभागों को 4,903 करोड़ रुपये मिले हैं। हालांकि, हवा, पानी या मिट्टी का प्रदूषण कम होने के बजाय बढ़ता जा रहा है। तीन लाख आवासीय भवनों पर सौर प्रणाली की स्थापना के लिए 912 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। साथ ही अगले साल बैटरी से चलने वाले दोपहिय...