अहमदाबाद, 12 नवंबर 2020
नवंबर में अहमदाबाद में कोरोना की दूसरी लहर शुरू होती दीखाई देती है। 3,000 मरीजों का इलाज अस्पताल में किया जा रहा है। ऐसे अनगिनत लोग होंगे जिनके नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं और जो घर पर उपचार प्राप्त कर रहे हैं। क्योंकि अहमदाबाद में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ी है। कोरोना की हालत दिसंबर में गंभीर हो सकती है। वर्तमान में जिस तरह से पूरे परिवार कोरोना में आ गए हैं, उसे देखते कई गुना अधिक मामले हो सकते हैं।
कुछ दिनों पहले स्वास्थ्य पुल के आवेदन से डेटा का सामने आया है। अहमदाबाद नगर निगम ने खानगी 74 निजी अस्पतालों में कोरोना रोगियों के लिए 1475 बिस्तरों की व्यवस्था की है। जहां निगम द्वारा संदर्भित मरीजों का नि: शुल्क इलाज किया जाता है। वर्तमान में नगर निगम और निजी अस्पतालों के निजी कोटा के तहत कुल 3035 रोगियों का इलाज किया जा रहा है। जो दिखाता है, शहर में कोरोना के मामले बढ़ गए हैं।
सर्दी के मौसम, प्रदूषण और नियमों के उल्लंघन के साथ-साथ सामाजिक दूरी न रखते और मास्क न पहेन के कारण कोरोना का प्रसार तेजी से हो रहा है। सकारात्मक रोगियों की संख्या बढ़ रही है। दिवाली के मौके पर बाजारों में उमड़ी भीड़। आने वाले दिनों में मामलों में भारी उछाल आएगा।
बिना रिजर्व वाले निजी अस्पतालों के पास अपने स्वयं के 2107 बेड हैं, जिसमें मरीजों का इलाज अपने खर्च पर किया जाता है। यह चार्ज 1 लाख रुपये से 7 लाख रुपये तक है। यह अनुमान है कि 8 से 10 दिनों में 100 करोड़ रुपये का शुल्क लिया जाता है। यह अनुमान है कि दूसरे ईतने हीं खर्च किया जाता है। इस प्रकार कोरोना रोगियों के लिए निजी अस्पतालों के कुल 3852 बेड उपलब्ध हैं।
नगरपालिका कोटा के 335 बिस्तर खाली हैं, निजी अस्पतालों के कोटा के 482 बिस्तर खाली हैं। निजी अस्पतालों में नगर निगम के कोटे में 1475 बेड में से 1410 बेड पर कोरोना के मरीजों का इलाज किया जा रहा है। कोरोना के मरीज अस्पताल के कोटा के 2107 बेड में से 1625 बेड पर हैं।