76वें वन महोत्सव के अंतर्गत, खेड़ा ज़िले के गलतेश्वर में 7 हेक्टेयर में निर्मित गलतेश्वर वन का राज्य के 24वें सांस्कृतिक वन के रूप में उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर गुजरात राज्य आर्द्रभूमि प्राधिकरण की वेबसाइट का भी शुभारंभ किया गया।
गुजरात राज्य में मियावाकी पद्धति से 207 वन क्षेत्र निर्मित किए गए हैं और वन क्षेत्र के बाहर हरित क्षेत्र 82 बरगद वनों से बढ़कर 1143 वर्ग किलोमीटर हो गया है। पिछले वर्ष 17.50 करोड़ पौधे लगाकर गुजरात देश में दूसरे स्थान पर रहा था और इस वर्ष राज्य का 10.35 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य है।
इस वर्ष सामाजिक वानिकी के अंतर्गत 39,295 हेक्टेयर क्षेत्र में वृक्षारोपण और 20 शहरी वन बनाने की योजना है। पंचरत्न ग्राम वाटिका मॉडल के अंतर्गत 1000 गाँवों में प्रति गाँव 50 पौधे लगाए जाएँगे। वर्ष 2025-26 में 34 पवित्र उपवन बनाए जाएँगे और 19,895 हेक्टेयर क्षेत्र में 153.90 लाख पौधे लगाए जाएँगे।
वर्ष 2025-26 में, “हरित वन पथ” योजना के अंतर्गत, सड़कों के किनारे और तटीय राजमार्गों पर 100 हेक्टेयर क्षेत्र में वृक्षारोपण किया जाएगा, कृषि वानिकी के अंतर्गत खेतों में 35,000 हेक्टेयर क्षेत्र में वृक्षारोपण किया जाएगा, 130 अमृत सरोवरों के चारों ओर 200 पौधे लगाए जाएँगे, 136 वन कुटियाएँ बनाई जाएँगी और 100 किसान शिविर आयोजित किए जाएँगे।