धमन की धमाल 13
गांधीनगर, 21 मई 2020
सरकार गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के दोस्त ज्योति सीएनसी के पराक्रमसिंह जडेजा की कंपनी का बचाव कर रही है जो राजकोट में रहते हैं। सरकार मंजूरी देने वाले अधिकारियों का बचाव कर रही है। यदि नहीं, तो सरकार को इन सवालों का जवाब देना चाहिए।
1 – मशीन की अपूर्णता गुजरात सरकार की आपराधिक लापरवाही को दर्शाता है? सरकार का कहना है कि वेंटीलेटर को भारत के ड्रग-कंट्रोल जनरल के दिशानिर्देशों के अनुसार राज्य या केंद्र सरकार के लाइसेंस की आवश्यकता नहीं है।
2 – एक अम्बु बैग और एक वेंटिलेटर के बीच का अंतर सीएम को पता नहीं था कि वह राजकोट के एक पूंजीवादी मित्र की ओर आंखें मूंदे हुए थे?
3 – ओएसडी, सिविल अस्पताल डॉ। एमएन प्रभाकर मानते हैं कि डेमो के दौरान विशेषज्ञों के विचारों पर ध्यान दिया गया था। इन मशीनों को उन्नत किया जाएगा और आवश्यकतानुसार उपयोग किया जाएगा। राजकोट में निर्मित स्वदेशी वेंटिलेटर धमन -1 प्राथमिक स्तर का है और यहां डॉक्टरों द्वारा आवश्यक सुधार के निर्देश दिए गए हैं। कम्प्रेसर, मिक्सर, ह्यूमिडिफ़ायर और कैलिब्रेशन जैसे उपकरण संबद्ध निर्माता द्वारा ब्लोअर -1 वेंटिलेटर के अगले चरण से जुड़े होंगे।
4 – बहाने के तहत एक बार में 1 हजार वेंटिलेटर क्यों खरीदें?
5 – ये उपकरण अभी भी अस्पताल में क्यों रखे गए हैं? वे क्यों नहीं लौटे। क्यों सरकार अभी भी राजकोट कंपनी का बचाव कर रही है। केवल अस्पताल के अधिकारी मानते हैं कि गड़बड़ी को ठीक किया जाएगा। तो विजय रुपाणी अपने मित्र ज्योति सीएनसी के मालिक पराक्रम सिंह जडेजा का बचाव क्यों कर रहे हैं?