धमण का धमाल 9
गांधीनगर, 21 मई 2020
सरकार गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के दोस्त ज्योति सीएनसी के पराक्रमसिंह जडेजा की कंपनी का बचाव कर रही है, जो राजकोट में रहते हैं। सरकार मंजूरी देने वाले अधिकारियों का बचाव कर रही है। यदि नहीं, तो सरकार को इन सवालों का जवाब देना चाहिए।
1 – धमण-1 को अनुमति देने से पहले कितने लोगों की मंजूरी ली गई थी?
2 – अहमदाबाद सिविल अस्पताल में कोरोना रोगियों की मृत्यु दर ज्यादा क्यों है?
3 – गुजरात भर के सरकारी अस्पतालों में 900 फर्जी वेंटिलेटर लगाए जाने से पहले, केवल एक मरीज पर परीक्षण क्यूं कीया गया। उपकरण का प्रदर्शन या परीक्षण ज्यादा मरीजो पर क्यों नहीं था ? न तो नितिन पटेल और न ही विजय रुपाणी ने 900 वेंटिलेटर पर मौतों की संख्या का खुलासा किया है।
4 – अहमदाबाद सिविल अस्पताल में उपकरणों का डेमो देने वाले नकली वेंटिलेटर के निर्माताओं ने स्वीकार किया कि यह वेंटिलेटर नहीं है, भले ही गुजरात सरकार इसे अपनी प्रेस विज्ञप्ति में वेंटिलेटर के रूप में बढ़ावा दे रही है। तो सरकार इसे वेंटिलेटर क्यों कह रही है?
5 – ऐसी मशीन में ह्यूमिडिफायर, कंडेंसर और मास्क भी होना चाहिए, क्यों नहीं है?