धमण की धमाल – 11
गांधीनगर, 21 मई 2020
सरकार गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के दोस्त ज्योति सीएनसी के पराक्रमसिंह जडेजा की कंपनी का बचाव कर रही है जो राजकोट में रहते हैं। सरकार मंजूरी देने वाले अधिकारियों का बचाव कर रही है। यदि नहीं, तो सरकार को इन सवालों का जवाब देना चाहिए।
यहां 5 प्रश्न दिए गए हैं
1 – रूपानी सरकार इस रहस्य का जवाब नहीं देती है कि अस्पताल में डालने से पहले केवल एक मरीज पर परीक्षण कर के 900 मशीन का इस्तेमाल क्यों किया गया था, अन्य रोगियों पर इसका परीक्षण क्यों नहीं किया गया।
2 – सभी चिकित्सा उपकरणों का पालन करने के लिए नियामक नेटवर्क द्वारा ड्रग्स और कोरमेटिक्स अधिनियम (7940) के तहत सभी चिकित्सा उपकरणों की आवश्यकता होती है। लेकिन इन नियमों का स्पष्ट रूप से उल्लंघन किया गया था।
3 – कानून के अनुसार, वेंटिलेटर सी और डी श्रेणियों में आते हैं और ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से लाइसेंस की आवश्यकता होती है। राज्य सरकार ने इसे मंजूरी कैसे दे दी, हालांकि केंद्र सरकार ने इसे मंजूरी नहीं दी?
4 – केंद्र सरकार से लाइसेंस प्राप्त करने के लिए, मुख्य अन्वेषक को परीक्षण, रोगियों की संख्या और रोगियों की चिकित्सा स्थिति के बारे में वेंटिलेटर के प्रदर्शन परीक्षण पर आचार समिति के समक्ष एक प्रस्तुति देनी होगी। इसे किसने दिया और रुपाणी सरकार इसके बारे में चुप क्यों है?
5 – ज्योति सीएनसी के पराक्रम सिंह जडेजा ने कहा कि धमन -1 को डीसीजीआई लाइसेंस नहीं मिला है। केवल एक मरीज पर प्रदर्शन परीक्षण किया गया। अगर उसके मालिक ने ऐसा कहा होता तो सरकार को क्या जल्दबाजी होती।