साबरमती जेल से 500 कैदी ने ई – मुलाकत घर पे की

कोरोना के कारण कैदियों को गुजरात की जेलों से रिहा किया जाना था। ऐसा नहीं हुआ, लेकिन अब जेल में सजा काट रहे कैदियों ने वीडियो कॉल के जरिए घर में अपने बच्चों, पति, पत्नी या माता-पिता से बात करना शुरुं कर दिया है।

उनके घर के लोग ई-वात से संतुष्टि व्यक्त करते हैं। साबरमती सेंट्रल जेल ने आरोपियों और कैदियों के साथ ससुराल वालों के परिवार के सदस्यों को जाना बंद कर दिया है। ई यात्रा की शुरुआत वीडियो कॉल के माध्यम से की गई है। यात्रा के बाद ई कैदियों को संतुष्टि की भावना महसूस होती है। वह अपने परिवार को खुश और स्वस्थ देखकर खुश भी हैं। इस वजह से कुछ हद तक उन्हें मानसिक तनाव से भी राहत मिलती है।

साबरमती सेंट्रल जेल के उप अधीक्षक श्री डी। वी राणा ने कहा, “हर दिन, लगभग 50 कैदियों के परिवारों का साक्षात्कार लिया जाता है। पिछले एक पखवाड़े में, 500 कैदियों ने अपने परिवारों के साथ ई-दौरा किया है। ”