गांधीनगर, 18 मई 2020
गुजरात में, कांग्रेस के पास दो राज्यसभा सीटें हो सकती थीं। लेकिन अब केवल एक बैठक रहेगी। कांग्रेस नेता अहमद पटेल, उनके शिष्य शक्तिसिंह गोहिल को किसी भी कीमत पर राज्यसभा ले जाना चाहते हैं। कोंग्रेस के नेचा अर्जुन मोढवाडिया, शक्तिसिंह और भरतसिंह की तुलना में अधिक सक्षम हैं। फिर भी अहमद पटेल अपनी टूटी ताकत को फिर से बुलंद करने के लिए शक्तिसिंह का एक ऊंट की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। इसलिए कांग्रेस का मामला विस्फोटक होता जा रहा है। स्थिति ऐसी है कि अहमद पटेल की वजह से गुजरात कांग्रेस तुटकर , नया पक्ष की भूमिकामे आ सकती है। उसके लिए मंच तैयार किया जा रहा है।
शक्तिसिंह गोहिल एक ऊंट के रूप में इस्तेमाल किया
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, अहमद पटेल का कोई स्थान अब दिल्ली में नहीं हैं। क्योंकि सोनिया गांधी और राहुल गांधी को अहमद पटेल और नरेंद्र मोदी के मधुर संबंध का पता चल गया है। इसलिए वे अब भरूच जिले तक ही सीमित हैं। लेकिन अहमद पटेल किसी भी तरह से दिल्ली की राजनीति में अपने हाथी की पैठ मजबूत करने के लिए तैयार हैं। जिसमें शक्तिसिंह गोहिल, अपने दाहिने हाथ को ऊंट की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। शक्तिसिंह को मजबूत करके, अहमद पटेल अपने वजन को भारी बनाने के लिए एक बार फिर गंदी राजनीति का किरदार निभाकर गुजरात कांग्रेस को बड़ा नुकसान पहुंचाने के लिए तैयार हैं। allgujaratnews.in
विधायक की बेठक
भरतसिंह सोलंकी भी किसी भी कीमत पर राज्यसभा जाना चाहते हैं। इसलिए उन्होंने शुरू में 12 विधायकों को बुलाया जिन्होंने शक्तिसिंह को वोट देने का फैसला किया गया था। उन्हें खुद को वोट देने के लिए कहा। अहमद पटेल को इस बारे में सूचित किया गया और विधायकों की एक संयुक्त बैठक बुलाई गई और प्रत्येक विधायक को निर्देश देने पडे थे।
भारतसिंह ने विपक्ष के नेता परेश धनानी की जगह ली?
भरतसिंह को मनाने के लिये नई चाल चली गई है। विधानसभा उपचुनाव लड़ाकर भरतसिंह को जिताने के लिए एक नया खेल शुरू हो गया है। यदि वह विधानसभा में जाते हैं, तो विपक्ष के नेता परेश धनानी को विपक्ष के नेता पद से हठाया जायेगा। कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रमुख के रूप में एक पाटीदार को जिम्मेदारी देने की भी बात चल रही है। लेकिन ये सभी कवायद भरत सिंह को पसंद नहीं है। allgujaratnews.in
शंकरसिंह और भरतसिंह एक हो जाएंगे?
राजनीतिक आंदोलन में एक नया मोड जोड़ा जा सकता है, शंकरसिंह और भरतसिंह एक हो शकते हैं। शंकरसिंह भी नई पार्टी बनाने की प्रक्रिया में है। अगर इसमें भरतसिंह समर्थन देते है, तो कांग्रेस तूट शकती है। विभाजीत हो सकती है। एक नेता कांग्रेस को तोड़ने और गुजरात में एक नई राजनीतिक पार्टी बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है।
कांग्रेस दो जूथ में बंट गई
इन सभी चुनावों के पीछे अहमद पटेल कांग्रेस के खलनायक की भूमिका में हैं। वे पिछले 20 वर्षों से गुजरात में कांग्रेस को तोड़ रहे हैं। अहेमद मोदी की मदद करने के लिए जाने जाते हैं। अहमद पटेल ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को गुमराह करते रहे है। गुजरात में उन्हें मोदी की मदद की है। अहमद पटेल की वजह से ही मोदी देश के प्रधानमंत्री बन पाए हैं। अहमद पटेल अब कांग्रेस के दो टूकडे होने के लिए जिम्मेदार होंगे। allgujaratnews.in