अहमदाबाद,
केंद्र सरकार ने श्रमिकों के प्रवास को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण योजना की घोषणा की है। खाली सरकारी आवास का उपयोग प्रवासी श्रमिकों के लिए किया जाएगा। अफोर्डेबल रेंटल हाउसिंग कॉम्प्लेक्स स्कीम के तहत लाभ दिया जाएगा। केंद्र सरकार ने इस योजना के लिए विस्तृत दिशानिर्देश एएमसी को दिए हैं। योजना को 2 अलग-अलग तरीकों से लागू किया जाएगा। मौजूदा आवास को पीपीपी मॉडल के जरिए एक निजी एजेंसी को सौंप दिया जाएगा। निजी एजेंसी अपनी जमीन पर नए आवास किराए पर ले सकेगी।
और पढ़े: गिरनार रोपवे परियोजना पर काम पूरा होने पर
प्रवासी श्रमिकों को कार्यस्थल पर पाए जाने की योजना पर जोर दिया जाता है। राज्य सरकार गणना दिवस में किराए की राशि की घोषणा करेगी। एएमसी एडी सिटी इंजीनियर हरपालसिंह जाला ने कहा कि शहर में प्रवासी मजदूर हैं जो शहर में विभिन्न औद्योगिक इकाइयों में काम करते हैं। इस तरह की मंजूरी के लिए केंद्र सरकार की ओर से अफोर्डेबल रेंटल हाउसिंग कॉम्प्लेक्स स्क्रीम को रखा गया है। एएमसी को भी गाइडलाइन दी गई है।
और पढ़े: भारत इजरायल से दो फाल्कन AWACS सिस्टम खरीदेगा
दिशानिर्देश के तहत, एएमसी द्वारा बनाई गई विभिन्न आवास योजनाओं के लिए अनुमानित 1400 घरों को अब पीपीपी के आधार पर आवंटित किया जाएगा। निविदा प्रक्रिया भी एएमसी द्वारा संचालित की जा रही है। इसके अलावा, कोई भी डेवलपर भूमि पर आवास का निर्माण करेगा और इसे पीपीपी आधार पर पर्यटकों के अनुमोदन के लिए किराए पर देगा। एएमसी आवास का किराया निर्धारित करने के लिए एक नीति बनाएगी।