अहमदाबाद में 5 वर्षों में 4383 करोड़ की सड़कों का निर्माण, फिर भी रोज़ 100 शिकायतें

अहमदाबाद सरकार को “मौत की सड़क” को लेकर 5 वर्षों में 1 लाख 53 हजार शिकायतें मिलीं

12/03/2025

अहमदाबाद में सड़क निर्माण और मरम्मत पर 5 वर्षों में 4383 करोड़ रुपये खर्च किए गए, लेकिन फिर भी सड़कें खराब स्थिति में हैं। विपक्षी नेता शहजाद खान पठान के अनुसार, पिछले 5 वर्षों में सड़क खराब होने की 1.53 लाख शिकायतें दर्ज की गई हैं।

मुख्य बिंदु:

  • भारी खर्च के बावजूद जर्जर सड़कें – अहमदाबाद नगर निगम (AMC) और राज्य सरकार ने 4383 करोड़ रुपये खर्च किए, फिर भी हर हफ्ते हजारों शिकायतें आ रही हैं।
  • दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी – 2023 में अहमदाबाद में सड़क हादसों में 870 लोगों की मौत हुई, जो कुल दुर्घटनाओं का 11% है।
  • कॉन्ट्रैक्टरों की जवाबदेही – दोषपूर्ण निर्माण के लिए ठेकेदारों को ज़िम्मेदार ठहराने की जरूरत है।
  • शिकायतों के समाधान की कोई समय सीमा नहीं – हेल्पलाइन होने के बावजूद लोगों को समय पर समाधान नहीं मिल रहा है।

समाधान क्या हो सकते हैं?

  1. सड़कों की गुणवत्ता के लिए थर्ड-पार्टी ऑडिट – अगर हजारों करोड़ खर्च हो रहे हैं, तो पारदर्शी ऑडिट ज़रूरी है।
  2. टेक्नोलॉजी और पारदर्शिता – सड़क मरम्मत के लिए रियल-टाइम मॉनिटरिंग और GPS ट्रैकिंग लागू की जाए।
  3. शिकायत समाधान के लिए समय सीमा तय की जाए – AMC को यह स्पष्ट करना चाहिए कि कितने दिनों में शिकायतों का समाधान होगा।
  4. ठेकेदारों पर सख्त नियम – जो कंपनियां लगातार खराब काम कर रही हैं, उनके ठेके कानूनी रूप से रद्द किए जाएं।
  5. नागरिकों के लिए रिपोर्टिंग प्लेटफॉर्म – जहां लोग लाइव अपडेट देख सकें कि उनकी शिकायत पर क्या कार्रवाई हो रही है।

“मौत की सड़क” – अहमदाबाद में हादसों का डरावना सच

  • 2023 में अहमदाबाद में सड़क हादसों में 870 मौतें हुईं।
  • अहमदाबाद का योगदान राज्य की कुल सड़क दुर्घटनाओं में 11% है।
  • शहरी क्षेत्र में 535 और ग्रामीण क्षेत्र में 335 मौतें हुईं।

गुजरात रोड सेफ्टी अथॉरिटी (GRSA) के आंकड़े:

  • मोरबी जिले में प्रति लाख लोगों में 21.43 की सड़क दुर्घटना से मौत हुई।
  • गांधीनगर में 19.40, तापी में 19.21, भरूच में 18.83, और वलसाड में 18.35 लोगों की जान गई।
  • 2023 में पूरे गुजरात में सड़क दुर्घटना से औसत मृत्यु दर 13 प्रति लाख थी।

वाहन-प्रकार के अनुसार दुर्घटनाएँ:

  • 3,268 दुर्घटनाओं में टू-व्हीलर वाहन शामिल थे।
  • 24% दुर्घटनाएँ कारों और 22% ट्रकों से हुईं।
  • राज्य में कुल सड़क दुर्घटनाओं में 46% मौतें दोपहिया वाहन चालकों की हुईं।

सड़क पर चलने वाले लोगों की मौत:

  • 2023 में 7,834 कुल सड़क दुर्घटना मौतों में से 1,757 (22%) पैदल यात्रियों की थीं।
  • 28% मौतें कारों और 18% ट्रकों से हुईं।

बड़े सवाल:

  • हेल्पलाइन को खुद मदद की ज़रूरत है?
  • शिकायत करने के बाद भी समाधान क्यों नहीं?
  • AMC हेल्पलाइन में समय-सीमा कब तय होगी?
  • लोग समस्या के समाधान का इंतजार कब तक करेंगे?
  • लोगों को कब राहत मिलेगी?
  • कार्यवाही की समय सीमा क्या है?

क्या AMC और सरकार को अधिक जवाबदेही लेनी चाहिए? आपकी क्या राय है?