अहमदाबाद, 16 अप्रैल 2021
गुजरात कांग्रेस के नेता दीपक बाबरिया ने कहा कि भाजपा की विजय रूपानी सरकार कोरोना में मौजूदा स्थिति को संभालने में पूरी तरह से विफल रही है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटील ने अवैध रूप से कोरोना के उपचारात्मक इजेक्शन का अवैध रूप से स्टॉक किया। रूपानी ने कोई कार्यवाही नहीं की। पाटिल के खिलाफ कार्रवाई करें। धरपकड करे। सांसद से निकाला जाये। उनके सामने जो 101 गुन्हाह है अनकी जांच शरू करे।
समान न्याय दो
आपराधिक कृत्य के खिलाफ गुजरात उच्च न्यायालय में कांग्रेस नेता और गुजरात विधानसभा के विपक्ष के नेता परेश धनानी द्वारा दायर जनहित याचिका का स्वागत है। गुजरात उच्च न्यायालय न्यायपालिका के उच्च आदर्शों और सिद्धांतों को लागू करेगा। देश की न्यायपालिका में सभी नागरिकों के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहीये। बीजेपी अध्यक्ष के खिलाफ रिट याचिका में कोई भी कानून से ऊपर नहीं होता है। गुण और अवगुणों के आधार पर लोगों के हित में न्याय देंगे।
न्याय की उम्मीद
एक समय में अवैध रूप से 5,000 इंजेक्शन एकत्र कीये थे। 5,000 कोराना रोगियों को अस्पताल में न देना अपराध है। लोग पाटिल के सामने उच्च न्यायालय से न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।
पाटील कानून से उपर
बाबरिया ने आगे कहा कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पाटिल खुद को कानून से ऊपर साबित कर रहे थे। मैं सरकार हूं। मुझसे पूछा कि ऐसा रवैया किसने दिखाया है। उनकी अपनी छवि सरकार का सिक्का बन गई है।
मुख्य मंत्री बेखबर
यहां तक कि मुख्यमंत्री विजय रुपाणी को भी नहीं पता था कि इंजेक्शन कहां से आए थे, इसलिए उन्हें सीआर से पूछने के लिए पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में कहना पड़ा कि इंजेक्शन कहां से आए वो पाटील को पूछोय़
रूपानी सरकार पाटील की जेब में
एक तरफ जनता को इस तरह की इजेक्शन नहीं मिलती। पाटिल को 5000 ईंजेक्शन मिलता है। इसका मतलब यह है कि पाटिल रुपाणी की सरकार को अपनी जेब में रखने की छवि लोगों के मन में उभर रही है।
यदि आप एक साधारण दवा की गोली भी बेचना चाहते हैं, तो आपको कानूनी लाइसेंस लेना पडता है।
कानूनों की धज्जियां उड़ाई
धूप में, सूरत में भाजपा कार्यालय पर लोक लाईन में खडे रहे थे। भाजपा कार्यालय में पाटिल द्वारा अवैध रूप से इंजेक्शनों की मात्रा संग्रहीत की गई थी। सभी कानूनों की धज्जियां उड़ाई गईं। ड्रग्स एक्ट का खुलेआम उल्लंघन किया है।
रूपानी में हिंमत नहीं
रूपानी सरकार ने पाटिल के डर से अपने नेता के खिलाफ ड्रग्स एक्ट के तहत मामला दर्ज करने की हिम्मत नहीं की। इसलिए विपक्ष के नेता को लोगों के हित में उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।
जघन्य कृत्य, गिरफ्तार करे
सीआर पाटिल लोकसभा में वरिष्ठ सांसद भी हैं। कानून बनाने वाले कानूनी प्रक्रिया और अनुमोदन के बिना एक अवैध दवा रखते है। भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में संग्रहीत होने से कई कोरो रोगियों की जान खतरे में पड़ गई थी। उसने जघन्य कृत्य किया है। पुलिस उसे तुरंत गिरफ्तार करे।
पुसील में साहस नहीं
यदि मुखौटा नाक से थोड़ा नीचे खिसकता है, तो लाठी, आम लोगों पर गिरती है। पुलिस जीवन रक्षक दवाओं के अवैध स्टॉकिंग के लिए पाटिल के खिलाफ मामला दर्ज नहीं करती है। पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने का साहस भी किया।
सदस्यता रद करें
आपराधिक कार्यवाही करने के लिए लोकसभा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल की सदस्यता रद्द की जानी चाहिए। सांसद होने के नाते उसे असीमित शक्ति नहीं दी जाती है।
धोखा
भाजपा ने गुजरात की जनता को धोखा दिया है जो 25 साल से सत्ता में है। कोरोना उपचार से स्मशान, कब्रिस्तान तक लंबी लाइनों में खड़ा है।
कोर्ट, भाजपा शासकों को संविधान और कानून की सर्वोच्चता से अवगत कराना चाहिए और कानून का सम्मान करना चाहिए।