धमण की धमाल – ६
गांधीनगर, 21 मई 2020
विजय रूपाणी के राजकोट वेन्टीलेटर के घोटाले को मुख्यमंत्री की प्रतिद्वंद्वी, उपमुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई एक बैठक के बाद रहस्यमय ढंग से उजागर किया गया था। जो एक रहस्य बनता जा रहा है।
गुजरात की ज्योति सीएनसी कंपनी द्वारा बनाया गया पहला धमण -1 वेंटिलेटर मुख्यमंत्री विजय रूपानी द्वारा 5 अप्रैल, 2020 को उपयोग के लिए खोला गया था। बाद मे डॉक्टरों द्वारा देखा गया कि धमण -1 वेंटिलेटर को अपेक्षित परिणाम नहीं मिल सका।
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी के राजकोट के दोस्त, ज्योति सीएनसी के पराक्रमसिंह जडेजा की कंपनी ने 18 अप्रैल को पहले दस वेंटिलेटर की आपूर्ति की थी।
धमण -1 के खिलाफ तकनीकी आरोपों के बारे में, उप मुख्यमंत्री ने कहा कि कंपनी ने गुजरात के नागरिक के रूप में सेवा की है, जब वेंटिलेटर की बहुत आवश्यकता थी। सभी तकनीकी मामलों और परीक्षण कार्यों के पूरा होने के बाद ही उपयोग किया जाता है।
सरकार इस बात पर चुप है कि कितने लोगों का परीक्षण किया और किसने इसे मंजूरी दी।
भाजपा सरकार के उपमुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित करना सरकार की जिम्मेदारी है कि वेंटिलेटर की कमी के कारण मरीज को नुकसान न हो। तो धमण – 1 वेंटिलेटर। राज्य में पर्याप्त वेंटिलेटर उपलब्ध हैं। वर्तमान में अहमदाबाद के कोविद अस्पताल में 49 मरीज वेंटिलेटर पर हैं। लेकिन सरकार इस बात पर चुप है कि धम्मन 1 में कितने मरीज हैं और धम्मन से अब तक कितने मरीज ठीक हुए हैं और धामन 1 पर इलाज के बाद कितनी मौतें हुई हैं।