अहमदाबाद, 20 अप्रैल, 2020
ICMR डेटा का कहना है कि राज्य की 10 प्रयोगशालाओं में से प्रत्येक में 300-400 नमूनों की दैनिक परीक्षण क्षमता है। 3000 टेस्ट होना चाहीये मगर हो रहा है सीर्फ 300-400. गुजरात की भाजपा सरकार क्युं ऐसा कर रही है ? कोरोना को छूपाना चाहते है मुख्य मंत्री विजय रूपानी ?
प्रतिदिन COVID-19 मामलों की संख्या बढ़ने के साथ, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) द्वारा एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, देश भर में 136 से अधिक सरकारी लैब और 56 निजी लोग 18,000 नमूनों के परीक्षण की दैनिक क्षमता के साथ कार्यात्मक हैं।
गुजरात में COVID-19 परीक्षण करने के लिए अधिकृत 10 मान्यता प्राप्त सरकारी प्रयोगशालाएँ हैं। प्रत्येक प्रयोगशाला में प्रतिदिन 300-400 नमूनों की न्यूनतम परीक्षण क्षमता होती है। फिर नमूने और परीक्षण प्रक्रिया में तेजी क्यों नहीं लाई गई?
प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) जयंती रवि ने बुधवार शाम अपने ब्रीफिंग में कहा कि नमूना परीक्षण का राष्ट्रीय औसत 177 नमूने प्रति मिलियन था और राज्य 267 नमूनों का औसत रहा है।
10 अप्रैल को राज्य में सीओवीआईडी -19 सकारात्मक मामलों की कुल संख्या 378 मामलों में रही, जबकि शुक्रवार को यह संख्या बढ़कर 1,021 हो गई। इसका मतलब है कि कुल सकारात्मक मामलों की संख्या 643 थी। इसी तरह, 10 अप्रैल तक परीक्षण किए गए नमूनों की कुल संख्या 7,718 थी। शुक्रवार सुबह तक, राज्य में 21,812 नमूनों का परीक्षण किया गया है। इसलिए, अंतिम सप्ताह में प्रति सप्ताह 2,000 नमूनों के औसत के साथ 14,094 नमूनों का परीक्षण किया गया है।
प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) जयंती रवि ने कहा कि राज्य को 24,000 एंटीबॉडी रैपिड टेस्ट किट मिले हैं, जिन्हें आशा कार्यकर्ताओं और पैरामेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षित किए जाने के बाद इस्तेमाल करने के लिए रखा जाएगा।