गुजरात में महिलाओं पर साइबर हमले 150 % बढे, किसीको सजा नहीं

गांधीनगर, 17 मार्च 2021

गुजरात में महिलाओं पर साइबर हमले हो रहे हैं। साइबर अपराध की घटनाओं में 150 प्रतिशत की वृद्धि के बावजूद, भाजपा की विजय रूपानी सरकार अदालत में एक भी साइबर अपराधी को दोषी नहीं ठहरा पाई है।
गुजरात में, 2017 में महिलाओं के खिलाफ साइबर अपराध की 94 घटनाएं हुईं और यह 2019 में बढ़कर 226 हो गई। इस प्रकार, केवल दो वर्षों में महिलाओं के खिलाफ साइबर अपराध की घटनाओं में 150% की वृद्धि हुई है। हालांकि, 2017 और 2019 के बीच महिलाओं के खिलाफ साइबर अपराध में एक भी व्यक्ति को दोषी नहीं ठहराया गया है।
लोकसभा में प्रस्तुत विवरण के अनुसार, 2018 में, गुजरात में महिलाओं के खिलाफ साइबर अपराध की 94 घटनाएं दर्ज की गईं। इनमें से 59 में चार्जशीट दाखिल की गई थी। जबकि 83 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। एक भी व्यक्ति को दोषी नहीं ठहराया गया।
2018 में, महिलाओं के खिलाफ साइबर अपराध की घटना लगभग दोगुनी हो गई और कुल 184 मामले सामने आए। इनमें से 113 मामलों में चार्जशीट दाखिल की गई और 154 लोगों को गिरफ्तार किया गया। लेकिन 2018 में, 2017 की तरह, कोई भी दोषी नहीं पाया गया।
2019 में साइबर अपराध के 226 मामलों के खिलाफ 189 में चार्जशीट दायर की गई थी। कुल 269 लोग गिरफ्तार किए गए। लेकिन कोई भी दोषी नहीं पाया गया। 2017 में महिलाओं के खिलाफ साइबर अपराध की 4242 घटनाएं, 2018 में 6030 और देश भर में 2019 में 8379 घटनाएं हुईं। 3 वर्षों में दर्ज कुल 18,651 मामलों में से 131 व्यक्तियों को दोषी ठहराया गया है।
बच्चे भी साइबर क्राइम का शिकार हो रहे हैं। 3 साल में बच्चों पर साइबर अपराध की 23 घटनाएं हुई हैं। वर्ष 2019 में, उत्तर प्रदेश में साइबर अपराध के शिकार सबसे अधिक 90 बच्चे थे। दूसरी तरफ, 2017 में बच्चों के खिलाफ साइबर अपराध के 88 मामले, 2018 में 232 और देश भर के 2019 में 305 मामले थे।
गुजरात में महिलाओं पर साइबर अपराध की घटना
वर्ष – मामले की रिपोर्ट – कुल गिरफ्तारी – रूपांतरण
2017 – 94 – 83 – 00
2018 – 184 – 154 – 00
2019 – 226 – 269 – 00
गुजरात में बच्चों पर साइबर अपराध की घटना
वर्ष – केस
2017-04
2018 – 12
2019 – 07
गुजरात में साइबर अपराध की घटना
वर्ष – केस
2017 – 458
2018 – 702
2019 – 784