रूपानी ने गरीब गुजरात बनाया, एक साल में 46,651 गरीब परिवार बढ़े

cm vijay rupani
cm vijay rupani

गांधीनगर, 17 मार्च 2021

गुजरात पर भाजपा के 26 साल के शासन के बाद भी गरीबी मिटने के बजाय बढ़ रही है। गुजरात में गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले परिवारों की संख्या बढ़ रही है। गुजरात में एक तिहाई आबादी गरीब है। पिछले एक साल में गरीब परिवारों की संख्या में 46,651 की वृद्धि हुई है। प्रति परिवार औसतन 6 सदस्यों की मानें तो 1.88 करोड़ गरीब हैं।

रूपानी ने झूठा दावा किया कि गुजरात विकास के लाभों को हासिल कर रहा है। गुजराती अधिक समृद्ध हो रहे हैं। गुजरात हर क्षेत्र में विकसित हो रहा है। ऐसा है बीजेपी ढोल पीट रही है। जबकि वास्तविकता कुछ अलग है।

गुजरात में 0 से 16 गुणांक वाले 16,19,226 परिवार हैं जबकि 15,22,005 परिवार जिनमें 17 से 20 गुणांक हैं। कुल 31,41,231 परिवार गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं।

पिछले दो वर्षों में गरीब परिवारों की संख्या बढ़कर 46,651 हो गई है। अमरेली में सबसे ज्यादा 2411 और राजकोट में 1509 गरीब परिवारों की संख्या बढ़ी है।

8-7-2019 को विधानसभा में सरकार द्वारा प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार, गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों की संख्या 30,94,580 है, जबकि दिसंबर, 2020 तक गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों की संख्या में वृद्धि हुई है। से 31,41,231 तक।