फ़ाइल ट्रांसफर वेबसाइट WeTransfer भारत मे प्रतिबंधित

भारतीय दूरसंचार विभाग ने राष्ट्रहित और सार्वजनिक हित का हवाला देते हुए लोकप्रिय फाइल ट्रांसफर वेबसाइट WeTransfer को भारत में बैन कर दिया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक दूरसंचार विभाग ने 18 मई को दिए गए निर्देश में टेलीकॉम ऑपरेटर और इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडरों (ISPs) को तीन वेबसाइट यूनिफॉर्म रिसोर्स लोकेटरों (URLs) को बैन करने के लिए कहा है.

उसमें से एक WeTransfer वेबसाइट है. दो और प्रतिबंधित किए गए यूआरएल भी WeTransfer के ही खास पेज हैं. इसके बारे में जानकारी नहीं है कि इस लिंक की विषय वस्तु क्या थी और क्यों ये पूरी वेबसाइट बैन की गई है.

WeTransfer पर ये प्रतिबंध उस समय लगा है जब कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन में वर्किंग फॉर्म होम के दौरान ढेरों कंपनियां और शिक्षा संस्थान लार्ज साइज की फाइलें और डेटा ट्रांसफर करने के लिए WeTransfer की सेवाओं का उपयोग कर रही हैं.

साल 2009 में स्थापित WeTransfer के पूरे दुनियाभर में 5 करोड़ यूज़र हैं. लॉकडाउन के दौरान भारत में इसके यूज़र्स में जोरदार बढ़ोतरी देखने को मिली है. ये वेबसाइट यूज़र को 2GB तक की लंबी फाइल को मुफ्त में भेजने की सुविधा देती है और इसके लिए कोई अलग अकाउंट बनाने की जरूरत नहीं होती.

WeTransfer के प्रीमियम यूज़र इस साइट के जरिए 20GB तक की फाइल भेज सकते हैं और उनको 1TB का स्टोरेज स्पेस भी मिलता है. सामान्य तौर पर किसी वेबसाइट को तब बैन किया जाता है जब वह किसी अवैध काम के लिए उपयोग में आती है या उसकी वजह से पोर्नोग्रॉफी को बढ़ावा मिलता है या फिर वो राष्टीय सुरक्षा के लिए खतरा उत्पन्न करती हैं.

ट्विटर पर इस खबर से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए WeTransfer ने कहा है कि उसको भारत में आंशिक रूप से प्रतिबंधित किए जाने की जानकारी मिली है और वह इस बारे में और जानकारी हासिल करने की कोशिश कर रही है. WeTransfer वेबसाइट ने अपने यूज़र्स से इस सेवा को उपयोग में लेने के लिए वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) यूज करने की सलाह दी है.

इस बीच कुछ यूज़र्स इस वेबसाइट को किसी तरह से बगैर VPN के यूज़ करने में सफल रहे हैं. गौरतलब है कि इस तरह के कई और ऐप और वेबसाइट हैं जिनको हम WeTransfer के ऑप्शन के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं. इन वेबसाइटों और ऐप की सूची में DropBox, Google Drive आदि शामिल हैं, जिससे हम बड़े साइज़ की फाइलें भेज सकते हैं.