देश में 140 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया था। भाजपा सरकार दावा कर रही है कि गुजरात में 17 करोड़ 48 लाख पौधे लगाए गए हैं। इसका मतलब है कि देश में 12 प्रतिशत पेड़ अकेले गुजरात ने लगाए हैं। क्या यह संभव है?
यह दावा है कि पेड़ लगाने में देश में दूसरा स्थान हासिल किया है।
शहरी इलाकों में 15.72 करोड़ और ग्रामीण इलाकों में 1.76 करोड़ पौधे लगाए गए हैं। कच्छ जिले में 2 करोड़ 95 लाख पौधे लगाए गए हैं।
ये विवरण सरकार के मेरी लाइफ पोर्टल पर रखे गए हैं। गुजरात ने फोटो पोर्टल पर ऐसे 17 करोड़ 48 लाख 34 हजार 820 पौधे अपलोड किए हैं।
गुजरात में 2024 में 75वें वन महोत्सव के तहत 5500 गांवों में मातृवन स्थापित किए गए हैं। मियावाकी पद्धति से 1X1 मीटर की दूरी पर कुल 10 हजार पौधे लगाए गए हैं और वर्ष 2024-25 में 200 हेक्टेयर क्षेत्र में 122 वन आवरण तैयार किए गए हैं।
वर्ष 2025-26 के दौरान शहर और गांव मिलकर कुल 425 हेक्टेयर क्षेत्र में मातृवन-वन तैयार करेंगे।
5 जून 2025 को विश्व पर्यावरण दिवस पर अहमदाबाद नगर निगम मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में सिंदूर वन तैयार करेगा।
चांदलोडिया क्षेत्र में जगतपुर ब्रिज के पास 5 हजार वर्ग मीटर के भूखंड में 551 सिंदूर के पेड़ों के साथ 12 हजार पेड़ों का ऑक्सीजन पार्क बनाया जाएगा।