गांधीनगर, 15 अप्रैल 2021
गुजरात में दोपहिया वाहनों के बजाय कारों की संख्या बढ़ रही है। गुजरात में हर 30 लोगों के लिए एक कार है। प्रति 5 परिवार पर एक कार है। 35 लाख से ज्यादा कारें हैं। 1.95 करोड़ दोपहिया हैं। गुजरात के 6.50 करोड लोगों की आय में वृद्धि के साथ, परिवार दोपहिया वाहनों के साथ-साथ कारों के भी शौकीन बन गए हैं।
हर तीन में से एक व्यक्ति बाइक या स्कूटर का मालिक है। स्कूटर कंपनियों ने गियर वाहनों का उत्पादन बंद कर दिया है।
10 वर्षों में वाहनों की संख्या में 140 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
गुजरात में 30 लाख परिवहन वाहन हैं। गैर-परिवहन वाहनों की संख्या बढ़कर 2.10 करोड़ हो गई है।
पार्किंग और यातायात नियमन की समस्या उत्पन्न हो गई है।
27 मिलियन वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैं। तीन लोगों में से एक के पास वाहन है।
1961 में, गुजरात में केवल 8132 दोपहिया वाहन थे। जो 2020 में बढ़कर 1.95 करोड़ हो गई है।
1980 में वाहनों की कुल संख्या 4.58 लाख थी। 1990 में यह बढ़कर 18.40 लाख हो गई। वाहन खरीद में सबसे बड़ा उछाल 2010 में आया और वाहनों की संख्या एक करोड़ को पार कर गई।
1980 में, गुजरात में केवल 52817 पंजीकृत कारें थीं। आज, कारों की संख्या 35 लाख को पार कर गई है।
1990 में 18.40 लाख वाहन चल रहे थे। वर्ष 2000 में यह बढ़कर 51.90 लाख हो गई।
ऑटोरिक्शा की संख्या 90 हजार हो गई है जबकि ट्रैक्टरों की संख्या 82 हजार हो गई है।
गुजरात में – वाहन (करोड़ों में)
1989-90 – 0.18
1999-00 – 0.51
2009-10 – 1.18
2016-17 – 2.20
2017-18 – 2.38
2018-19 – 2.52
2019-20 – 2.67