दिलीप पटेल
गांधीनगर, 18 अप्रैल 2021
पाटिल ने जिला पंचायतों और निगमों में कुछ जातियों को बेदखल करने का काम किया है। माधव सिंह ने जिस तरह से कुछ जातिओ को पार्टी से और सत्ता से बाहर किया, पाटिल ने अपने उद्धारकर्ता मोदी और शाह की योजना के अनुसार वोही किया है। जिस तरह से माधव सिंह ने कुछ जातियों को सत्ता और पार्टी के घेरे में ला दिया, भाऊ ने ऐसी जातियों को पाला। यह संयोजन पाटिल की तरह थोड़ा सा हो सकता है। यह प्लान केवल दिल्ली से बनाया गया हो सकता है।
गुजरात में पीछले 20 साल से जाति वादी राजनिती छूप के से भाजपा कर रही थी। अब खूलकर ओबीसी जातिवादी समिकरण खेल के काम किया जा रहा है। जो लोकल चूनाव में दिखता है।
सत्ता पाने के समीकरण और जातिगत विवादों से पार्टी खतम हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की विश्वसनीयता खत्म हो रही है। ऐसा लगता है कि दोनों ने योजना बनाई और पाटिल ने अधिक लागू किया।
મોઢ વણિક સમાજ અને સુરત મહાનગર પાલિકાનાં સહયોગથી સુરતી મોઢ વણિક વાડીમાં આઇસોલેશન સેન્ટરનો પ્રારંભ કરાયો.
કોરોનાનાં આ કપરા સમયમાં લોકોની સેવાનાં આવા ઉમદા કાર્ય બદલ મોઢ વણિક સમાજનાં સભ્યશ્રીઓને અભિનંદન પાઠવું છું. pic.twitter.com/4WTjon42iA
— C R Paatil (@CRPaatil) April 17, 2021
तथ्य यह है कि भाजपा में नई संरचना में बदलाव किया है, यह 2022 तक रहेगा। यह ढांचे में 2022 में गुजरात विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। वे टिकट वितरित करेंगे। जिसमें बीजेपी कई जातियों को खत्म करके बीजेपी को ओबीसी बनाया जाएगा।
બનાસકાંઠા જીલ્લાના નળાસર ગામના અનુસુચિત જાતિના લોકોનો સામુહિક બહિષ્કાર કરવામાં આવતાં અસામાજિક કૃત્યના વિરોધમાં ન્યાયની માંગણી સાથે ઉપવાસ પર બેઠા છે. જ્યાં સુધી પીડિતો સાથેનો આભડછેટનો વ્યવહાર બંધ નહીં થાય ત્યાં સુધી આંદોલન ચાલુ રહેશે..!! ગાંધીજી અને આંબેડકરને લોકો યાદ કરે છે. pic.twitter.com/8yZl7zZpVN
— Dilip Patel Journalist (@dmpatel1961) April 15, 2021
सार्वजनिक आक्रोश
सोशल मीडिया पर लोग बीजेपी अध्यक्ष को गुंडा कह रहे हैं। इंजेक्शन की घटना के बाद, यह याद किया जा रहा है कि पाटिल के खिलाफ 100 अपराध दर्ज किए गए हैं। अब तक, किसी भी राष्ट्रपति को लोगों द्वारा ठग के रूप में नहीं देखा गया था। जब अमित शाह देश के राष्ट्रपति थे, तो आम लोग उन्हें सोशल मीडिया और रोजमर्रा की जिंदगी में एक ठग के रूप में संबोधित करते थे। पाटिल के खिलाफ अब यही हो रहा है। गुजरात में कोई पार्टी अध्य को गुंडा नहीं कहा गया। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ।
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इस रिपोर्ट में लोगों की टिप्पणियों को पढ़ें। जनता को पता है कि पाटिल कितने बुरे हैं।
गजग्रह
साइड ट्रैक किये हुंए नेता गण को पाटील की ओर से कुछ भी नहीं पूछा जाता है। परसोत्तम रुपाला, रणछोड फाळदू, जीतू वाघाणी और भीखुभाई दलसाणिया, सुरेंद्र पटेल को दरकिनार कर दिया गया है। पार्टी के लिए काम करने वाले कार्यकर्ताओं का नैतिक जुनून स्थायी नहीं रहा है। भीखुभाई ने 4 प्रमुख के साथ विनम्रता से काम किया है। नए प्रमुख पाटिल के साथ ऐसा नहीं होता है।
https://twitter.com/bhikhubhaidbjp/status/1382697631592382424