गांधीनगर, 23 जून 2020
जानवरों के इलाज के लिए गुजरात का अब निजीकरण कर दिया गया है। जिसका पशु चिकित्सकों द्वारा विरोध किया जा रहा है। गुजरात में अनुबंध पर काम कर रहे 460 पशु चिकित्सकों का कहना है कि 108 एंबुलेंस की तरह, सरकार ने अब जानवरों के इलाज के लिए निजी अनुबंध दिए हैं। यह पूरे राज्य में हो रहा है। अक्टूबर, 2017 से राज्य में 1962-करुणा पशु एम्बुलेंस के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने मूक पशुओं के इलाज के बहाने करुणा का रूपक लागू किया था।
अत्यधिक सफल GVK EMRI PPP-Model पर गुजरात के 3.5-करोड़ से अधिक पशुधन को स्वास्थ्य सुरक्षा कवच प्रदान करने के उद्देश्य से, 22 Juve 2020 को गुजरात में Mobile 108 मोबाइल पशु चिकित्सा अस्पताल ’का शुभारंभ किया गया।
ग्रामीण मवेशी प्रजनक वर्ष के सभी 365 दिनों के दौरान ‘ऑन कॉल’ 1962 नंबर डायल करके सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे के बीच 108 मोबाइल पशु चिकित्सा अस्पतालों की घरेलू सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। गुजरात, स्वस्थ और समृद्ध पशुधन के साथ ‘श्वेत क्रांति’ और ‘हरित क्रांति’ में अग्रणी होना चाहता है।
10 गांवों के समूह के लिए a 108 मोबाइल पशु चिकित्सा अस्पताल ’की एक इकाई प्रदान करें। गुजरात के 4600 से अधिक गांवों को कवर करने के लिए कुल 460 total 108 मोबाइल पशु चिकित्सा अस्पतालों को जल्द ही चालू किया जाएगा। जैसा कि V 108 मोबाइल वेटरनरी अस्पताल ’की प्रत्येक इकाई जीपीएस प्रणाली से लैस है, उनकी सेवाओं की निगरानी गांधीनगर से सीएम डैशबोर्ड की वास्तविक समय की निगरानी प्रणाली का उपयोग करके की जाएगी।
लगभग हर किसान पशु ब्रीडर है और हर पशु ब्रीडर किसान है। ‘श्वेत क्रांति’ और ‘हरित क्रांति’, जो पशुधन की अच्छी देखभाल करके प्राप्त की जा सकती है। किसानों को गायों के गोबर का उपयोग करके पूर्ण जैविक खेती करने के लिए प्रोत्साहित करें, इस बजट में राज्य सरकार रुपये की सब्सिडी देने जा रही है। प्रति माह प्रत्येक गाय पर 900।
મુખ્યમંત્રીશ્રી વિજયભાઈ રૂપાણીએ રાજ્યની સાડા ત્રણ કરોડ જેટલી પશુ સંપદાને આરોગ્ય રક્ષા કવચ પુરૂં પાડવાની પ્રતિબદ્ધતા તથા ગ્રામીણ પશુપાલકોને ઘરે બેઠા પશુ સારવાર મળી રહે તે માટેના અભિનવ પ્રયોગરૂપે દર ૧૦ ગામ દિઠ એક પ્રમાણે પ્રારંભિક તબક્કે ૧૦૮ મોબાઇલ પશુ દવાખાનાનું પ્રસ્થાન કરાવ્યું. pic.twitter.com/bqYmCRTNSB
— CMO Gujarat (@CMOGuj) June 22, 2020