गुजरात कांग्रेस के दिग्गज नेता मांकड़ को पार्टी से नेता को निकाल दिया
गांधीनगर, 25 दिसम्बर 2020
दिग्गज कांग्रेस नेताओं ने दिल्ली में राजीव सातव के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। गुजरात में चुनाव जीतने के लिए सातवीं बुरी तरह से विफल रही है। यही वास्तविकता हर कांग्रेस कार्यकर्ता कहता है। यही काम उमाकांत मांकडे ने किया था।
उन्होंने लिखा कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की और से नियुक्त चुनाव समिति नई बोटल में पुराना शराब से अधिक कुछ नहीं…..8 विधानसभा उपचुनाव में पराजय के बाद प्रभारी को मिला तोहफ़ा अविस्मरणीय है…..
गुजरात कांग्रेस के पूर्व प्रमुखों को जीम्मेदारी सीर्फ ऐक दिखावा है,
शुभकामना
इस प्रकार उमाकांत ने सीधे गुजरात के प्रभारी राजीव सतवे के खिलाफ विद्रोह कर दिया। वह गुजरात कांग्रेस चुनाव समिति के असफल 22 नेताओं के बारे में काफी सही थे। नई बोतल में पुराना शब्द सही होने के बावजूद, कांग्रेस के नेता अपने नशे को छिपाने के लिए मारिजुआना पी रहे हैं और यहां तक कि सच्चे नेता भी मारिजुआना पी रहे हैं। कारण बताओ नोटिस नहीं दिया गया और कई लोग यह मान रहे हैं कि कांग्रेस के लिए उन्हें पार्टी से सीधे निष्कासित करना किसी भी तरह से उचित नहीं है।
जो लोग चुनाव नहीं जीत सकते, उन्हें स्थानीय चुनावों में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी जाती हैं। जिसमें कांग्रेस को बड़ा नुकसान हुआ है।
उनके साथ ऐसा हुआ है कि मैनकडे ने पुरानी शराब शब्द का इस्तेमाल एक नई बोतल में किया था। जिसमें कांग्रेस के दिग्गज नेता आते हैं।
उमाकांत ने कहा, कांग्रेस के राज्य संगठन में गजेन्द्रभाई प्रगतिजी रामानी कौन हैं? कब? नियुक्त उपराष्ट्रपति? इस तरह की नियुक्तियां कांग्रेस को अविश्वसनीय रूप से नुकसान पहुंचाती हैं …….. मेरी जानकारी में ऐसी कोई नियुक्ति नहीं की गई है, और अगर किसी ने निजी तौर पर नियुक्ति की है तो यह अधिकार क्षेत्र से बाहर है।
उपचुनावों के समय कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देने वाले गजेन्द्रभाई रमानी की नियुक्ति एक समझौता था और तत्कालीन राज्य संगठन को भंग हुए एक साल से अधिक समय हो गया है। वर्तमान में, क्षेत्र समिति के लिए कोई नई नियुक्ति नहीं की गई है।(गुजराती से अनुवादित)