गांधीनगर, 16 अप्रैल 2021
मौसम का पूर्वानुमान जारी कर दिया गया है। जिसकी समीक्षा गुजरात के कृषि विभाग द्वारा की जा रही है। इस पर एक बहुत ही महत्वपूर्ण बैठक होगी और इस बात की समीक्षा की जाएगी कि मौसम के साथ बारिश क्या होगी।
मॉनसून को बिगाड़कर अल नीनो इस साल उभरने की संभावना नहीं है। इसलिए, गुजरात कृषि विश्वविद्यालय समीक्षा करेंगे और तदनुसार बीज तैयार करने के निर्देश देंगे।
प्रशांत महासागर में ला नीना की स्थिति पिछले साल से ऐसी ही है। अब तक के संकेत बताते हैं कि ENSO पूरे मानसून सीजन के लिए तटस्थ स्थिति में रहेगा। यह खबर है जो सौराष्ट्र, उत्तर गुजरात, कच्छ के किसानों के लिए राहत ला सकती है। जहां अलनीनो पर सबसे अधिक घातक प्रभाव पड़ा है।
दक्षिण पश्चिम मानसून के लिए स्काईमेट के मानसून पूर्वानुमान के अनुसार, जून-जुलाई-अगस्त-सितंबर के चार महीनों के लिए औसत बारिश 880 मिमी की तुलना में 2021 में 103% होने की उम्मीद है। मानसून के शुरुआती महीने, जून और सितंबर के अंतिम चरण में देश भर में व्यापक वर्षा के संकेत हैं।
उत्तर भारत के मैदानों और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में पूरे मौसम में कम बारिश होने की संभावना है।
जुलाई-अगस्त में आंतरिक कर्नाटक में भी कम वर्षा होने की संभावना है।
मध्य मानसून तक, प्रशांत महासागर के मध्य भागों में समुद्री सतह का तापमान फिर से गिरना शुरू हो जाएगा। हालांकि, समुद्र की सतह को ठंडा करने की प्रक्रिया बहुत धीमी होगी।