With the PASSA accused, the new BJP vice-president M. S. Patel was seen rolling in Unjha
दिलीप पटेल
गांधीनगर, 16 जनवरी 2021
महज 3 दिन पहले, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने उंझा के मूल निवासी और पूर्व कलेक्टर महेंद्र पटेल को विशेष उपाध्यक्ष नियुक्त करने की घोषणा की। अपनी नियुक्ति के दूसरे दिन, महेंद्र पटेल ऊंझा का दौरा करने आए थे। वह तब आरोपी के साथ लगातार थे। कलेक्टर स्तर के अधिकारी इसकी गंभीरता को जानते होंगे।
जब ऊंझा मंदिर में महेन्द्र पटेल के साथ धमो मिलन थे। दोनों आटा समाज के है। भाजपा के नेता नारण पटेल, जिन्होंने 50 वर्षों से ऊंझा को भाजपा का गढ़ बनाया था। अब भाजपा के गढ के लोगों को स्पष्ट संकेत दीये गये है की गुंडा राज रहेगा। सुरत उनका केन्द्र रहेगा। ईवीएम पे राज रहेगा।
धमो पटेल ऊंझा में समाज की प्रत्येक बैठक में महेन्द्र पटेल ले साथ उपस्थित थे। अब धमाभाई और महेंद्रभाई भाई-भाई है।
ऊंझा की एक गिरोह ने एपीएमसी घोटाले को सामने लाया था। ईसी वजह से भाजपा में भारी विखवाद शरू हुंआ है।
महेंद्र पटेल को पासा से बाहर निकलने में ऊंझा के नये नेता ने मदद की। स्थानिक धारासभ्य और धमा पटेल के बीच एपीएमसी के बारे में झघडा हुंआ था। बाद में पासा कानून लगाया हया था।
महेंद्र पटेल का परिवार मूल रूप से कांग्रेस से है। उनके पिता और भाई भाजपा के खिलाफ कांग्रेस से चुनाव लड़ चुके हैं।
दलबदल नेता और विधायक आशा पटेल के खिलाफ भाजपा के नेता है। भाजपा के पूर्व महामंत्री के सी पटेल आशाबेन के साथ हैं। भाजपाने पूर्व नेता केसी पटेल के संबंधी दिनेस पटेल ऊंझा मार्केट में चेरमेन है। जहां 50 करोड रूपिया का घोटाला हुंआ है।
भाजपा प्रदेश अध्य़क्ष चंद्रकांत पाटील ने केसी पटेल को संगठन से राज्य महासचिव के रूप में निष्कासित कर दिया गया है। उनकी जगह महेंद्र पटेल को लाया गया है। अब आशाबेन और केसी पटेल के खिलाफ आपदाएं शुरू हो गई हैं।
APMC, मंदिर और नगरपालिका के महेन्द्र पटेल के कार्यक्रम में धमा मिलन साथ थे। उनके समाज की 10 बैठके हुंई ईस में भी महेन्द्र पटेल के साथे धमा मिलन थे।
एशिया का सबसे बडा मार्केट जहां आया हे वहा य़ह सब बताते है की अब ऊंझ में क्यां होनेवाला है।
भाजपा के युवा अध्यक्ष निशित पटेल पर हमले के सिलसिले में धर्मेंद्र पटेल उर्फ धमा पटेल पर ऊंझा शहर में गुन्हा दर्ज किया गया था। ऊंझा के धमा पटेल पर चार साल पहले पासा के तहत मारपीट, डकैती और हत्या के प्रयास सहित कई मामलों में मुकदमा दर्ज किया गया था। जिला कलेक्टर ने ऊंझा के धमा मिलन के खिलाफ कार्रवाई की थी, जो लंबे समय से विवादों में था, मेहसाणा जेल से वडोदरा जेल में लाये गये थे।
धमा मिलन के खिलाफ अब तक मारपीट, लूट और जानलेवा हमलों की कई शिकायतें मिल चुकी हैं। वह जिला कलेक्टर के खिलाफ गिरफ्तारी से पहले उच्च न्यायालय से गिरफ्तारी के खिलाफ स्टे ले आया था। लेकिन यह कुछ शर्तों के अधीन था। भाजपा के निशित पटेल पर हमले के बाद, धमा पटेल के खिलाफ फिर से कार्रवाई की गई।
1.30 करोड की सुपारी
ऊंझा नगरपालिका के दो नेताओ ने धमा मिलन की हत्या के लिए बहूचराजी के जीतू जोशी को 1.30 करोड़ रुपये की सुपारी दि थी। जो कि गुजरात में अब तक की सबसे बड़ी सुपारी थी।
धमा ने पुलिस को बताया कि ऊंझा पालिका के पार्षद संजय पीटर और उनके दोस्त भावलेश पटेल ने बहुचराजी के जीतू जोशी से मुलाकात की। धमा को उंझा से अपहरण कर अहमदाबाद में रखा गया था। दोनों आरोपियों ने जीतू जोशी को 10 लाख रुपये का भुगतान किया था। तीन दिन पर, मेहसाणा जिले के मेवाड गांव के पास धमा मिलन मिला था।
घर जलाया
उंझा भाजपा के युवा अध्यक्ष निशित पटेल के भाई सहित धमा मिलन समूह के सागरित रवि पांचाल के घर गए और उनकी भाभी को शहर छोड़ने की धमकी दी। घर में आग लगा दी गई। जिसमें रवि पांचाल की बहन के हाथ और पैर बुरी तरह से जल गए थे। इससे पहले, बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष निशित पटेल पर धमा मिल ने हमला किया था। जिसमें आरोपी के रूप में रवि पांचाल का नाम दिखाया गया था।
हिरासत में लिया
धमा मिलन को आखिरकार 21 नवंबर 2020 को हिरासत में लिया गया। उंझा नगर पालिका के सुपारी बाज उस समय फरार थे। ऊंझा शहर से जुआ मामले में कुख्यात धमा मिलन को पासा के तहत धकेल दिया गया। मेहसाणा जिले में कई जुए के अड्डे 24 घंटे पुलिस की छत्रछाया में चल रहे हैं। 31 अक्टूबर, 2020 को धमा मिलन के बड़े भाई जितेंद्र पटेल ने उनके लापता होने के बारे में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। भाजपा के कंई नेता गण ईस के ईर्द गीर्द रहे थे। आज भी वो पहलुं है।
जय विजय सोसाइटी में गणेश आर्केड में धमा मिलन का जुआ चल रहा था। धमा मिलान सहित नौ जुआरी को हिरासत में लिया। जहां जूआ का अड्डा था वो, गणेश आर्केड के निर्माण के लिए अनुमति नहीं मिली है।
जुआ खेलने का एक राजनीतिक पहलू ऊंझा मे आ गया है। एक भाजपा नेता ने सुपारी दी थी। एपीएमसी में 50 करोड़ का गबन किया गया है। भाजपा ने एपीएमसी में कोई जांच नहीं की है। ईसी वजह ते यहां उथलपाथल हो रही है।
कौन हैं महेंद्र पटेल?
सूरत में कलेक्टर के रूप में काम कर चुके पूर्व आईएएस अधिकारी महेंद्र पटेल की नियुक्ति सबसे ज्यादा नजरें गड़ाए हुए है। बीजेपी को सीधे उपाध्यक्ष बनाये गये है। इसलिए भाजपा के शीर्ष नेता भी हैरान हैं। उत्तर गुजरात में सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं। सुरत में महेन्द्र पटेल कलेक्टर रह चूके है । भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटील के साथ उनका अच्छा तालुक है।
इससे पहले, सौराष्ट्र ने 7 उपाध्यक्षों, 8 महासचिवों और 13 मंत्रियों के साथ अन्यायपूर्ण रूप से एक क्षेत्र संरचना की घोषणा की थी।
સંગઠનના નવનિયુક્ત પ્રદેશ હોદ્દેદારશ્રીઓ, પ્રદેશ પ્રવક્તા અને મીડિયા, આઈ.ટી. તેમજ સોશિયલ મીડિયાના પ્રદેશ કન્વીનર, સહ-કન્વીનરશ્રીઓને અનેકગણાં અભિનંદન પાઠવું છું. pic.twitter.com/P99EvoFfjC
— C R Paatil (@CRPaatil) January 12, 2021