2024-25 में आग की 2835 घटनाएं, 14 फीसदी की बढ़ोतरी, बावजूद इसके प्रतिदिन 25 आग, 50 की जगह 19 फायर स्टेशन, 558 स्टाफ, प्रतिदिन 25 आग की घटनाएं, एंबुलेंस व शव वाहन के लिए 45 हजार कॉल, अहमदाबाद में 30 हजार मौतें
अहमदाबाद, 14 अप्रैल, 2025
गर्मियों के दौरान अहमदाबाद में आग की घटनाएं बढ़ रही हैं।
अग्निशमन विभाग को प्रतिदिन औसतन 25 चारकोल प्राप्त हो रहे हैं। वर्ष 2023-24 में अग्निशमन विभाग को 2,483 आग संबंधी कॉल प्राप्त हुईं। वर्ष 2024-25 में कोयला कॉल की संख्या बढ़कर 2835 हो गई। इसमें 352 फोन कॉल की वृद्धि के साथ 14 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
500 वर्ग किलोमीटर से अधिक क्षेत्रफल और 10 लाख की आबादी वाले अहमदाबाद में 50 अग्निशमन केंद्र होने चाहिए। 2025 में 19 अग्निशमन स्टेशन होंगे।
गोटा और त्रगढ़ में दो नये अग्निशमन केन्द्र बनाये जा रहे हैं। पांच नए अग्निशमन केंद्रों के निर्माण के लिए विज्ञापित 750 रिक्तियों के सापेक्ष 558 कर्मचारी हैं। बचाव, बचाव और पक्षी बचाव के लिए कॉल आ रहे हैं।
2001 में आए विनाशकारी भूकंप के बाद अहमदाबाद अग्निशमन विभाग को अत्याधुनिक अग्निशमन एवं बचाव वाहन उपलब्ध कराए गए थे।
स्थायी अग्नि परामर्श के दिशा-निर्देशों के अनुसार, प्रत्येक दस वर्ग किलोमीटर पर एक अग्निशमन केंद्र होना चाहिए। पांच नये अग्निशमन केन्द्र बनाने की घोषणा
ढाई दशक बीत जाने के बावजूद मनपा प्रशासन अहमदाबाद अग्निशमन विभाग के संस्थागत शेड्यूल में कोई बढ़ोतरी नहीं कर पाया है।
1 मार्च से 31 मार्च 2025 तक अग्निशमन विभाग द्वारा 352 फायर स्टेशनों पर कार्यवाही की गई। 1 से 12 अप्रैल, 2025 तक 176 अग्निशमन केन्द्रों पर कार्रवाई की गई।
प्रशासन ने रानिप, लांभा, साबरमती रिवरफ्रंट, रामोल-हाथीजन और शाहीबाग सहित पांच स्थानों पर नए अग्निशमन केंद्रों के निर्माण की घोषणा की है।
एक फायर स्टेशन बनाने में 8 से 10 करोड़ रुपये की लागत आती है और 50 कर्मचारियों की आवश्यकता होती है।
अग्निशमन विभाग द्वारा प्राप्त कॉलों का सारांश
वर्ष 2024-25
अंगारकोल – 2835
मृत्यु – 197 (आत्महत्या)
आग से मौत – 6
चोट-चकाचौंध – 43
बचाव कॉल – 3606
बचाया गया – 485
साबरमती में आत्महत्या
साबरमती नदी में आत्महत्या का प्रयास कर रहे लोगों को बचाने के लिए वल्लभ सदन में नदी नौकाओं की व्यवस्था की गई है। वर्ष के दौरान 200 बचाव कॉलों में भाग लिया। इनमें से 35 लोगों को बचा लिया गया। 166 लोगों ने आत्महत्या कर ली।
मरीज और शव
एक वर्ष में 20 एम्बुलेंसों और 16 शववाहन वाहनों द्वारा 45,000 कॉलों का समाधान किया गया। कुल 45,576 कॉलों पर ध्यान दिया गया, जिनमें 17,282 एम्बुलेंस कॉल और 28,294 शववाहन कॉल शामिल थे।
2025 की घटना
1. खोखरा में परिष्कार बिल्डिंग की पांचवीं मंजिल पर लगी आग, 18 लोगों को बचाया गया
2. प्रेम दरवाजा इलाके में चना-चना पैकेजिंग गोदाम में भीषण आग लग गई
3.पंकोर्नाका खिलौना बाजार की पांच दुकानों में आग लग गई
4. न्यू रानिप में बुलेट ट्रेन परियोजना की श्रमिक कॉलोनी में लगी आग, छह कमरे जलकर खाक
5. सी.जी.रोड पर ज्वैलर्स की दुकान में आग। सड़क दुर्घटना में दमकल विभाग ने बचाया दस किलो सोना