विश्व में सबसे वडा अरंडी उत्पादक गुजरात के किसानो की उद्योगपतियों द्वारा लूंट

गांधीनगर, 4 जून 2021

पिछले हफ्ते, भारत सरकार ने एक रिपोर्ट जारी की जिसमें कहा गया कि गुजरात के किसान अरंडी के उत्पादन में देश का नेतृत्व कर रहे हैं और लगातार 5 वर्षों से प्रति हेक्टेयर सबसे अधिक उपज प्राप्त कर रहे हैं। राज्यों ने अरंडी की खेती के बजाय 2015-16 से 2019-20 तक औसतन 5 साल घोषित किए हैं। गुजरात दुनिया में सबसे ज्यादा अरंडी का उत्पादन करता है।

2018-19 में देश में अरंडी का उत्पादन 12.15 लाख टन था। जिसमें से 12.15 लाख टन गुजरात का था। देश का 77 फीसदी माल गुजरात का है

मानसून खत्म होते ही व्यापारियों ने किसानों से 600 रुपये में 20 किलो अरंडी खरीदा। अब इसकी कीमत 1100 हो गई है। उत्तरीय गुजरात और सौराष्ट्र में 80 प्रतिशत किसान अरंडी की फसल तैयार होते ही बेच देते हैं। किसानों को खेत से बेच दिया जाता है। ये सामान व्यापारियों या निर्यातकों के गोदामों में जाता है। जो अधिक कीमत पर बिकता है।

अरंडी 249 तालुकों में से 67 में उगाई जाती है। जो वहां बेचने के लिए एपीएमसी के पास जाते हैं या फिर व्यापारी किसानों के खेतों से माल ले जाते हैं।

पिछले मानसून में 6.52 लाख हेक्टेयर में 15 लाख टन अरंडी का उत्पादन हुआ था। किसानों द्वारा उत्पादन 2293.55 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर लिया गया।

किसानो को 10 प्रतिसत , व्यापारीओ को 100 प्रतिसत मुनाफा

उत्पादन और कीमत के आँकड़ों से यह कहा जा सकता है कि 150 करोड़ किलो का उत्पादन किया गया था। जब फसल तैयार हुई तो भाव 30 रुपये प्रति किलो था। 4,500 करोड़ रुपये का माल तैयार था। जिसमें 50 फीसदी किसानों ने खेत से अपनी उपज बेच दी। जिसके मुताबिक 2250 करोड़ रुपये का सामान 30 रुपये में बिका। अन्य किसानों ने कुछ दिनों में माल बेच दिया होगा। जिसके व्यापारियों को अब दुगनी कीमत मिल गई है। किसान साल भर कड़ी मेहनत करता है और सिर्फ 10 रुपये प्रति किलो का लाभ कमाता है। लेकिन व्यापारी गोदामों में पैसा लगाते हैं और माल पर 100 प्रतिशत लाभ प्राप्त करते हैं।

अरंडी में अच्छे बीजों के मामले में गुजरात सबसे आगे है। गुजरात में संकर किस्मों की संख्या सबसे अधिक है।

10 साल में भारी वृद्धि

2010-11 में 4.90 लाख हेक्टेयर में रोपण किया गया था, जिसकी उत्पादकता 2010 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर थी। आज 2303 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर के साथ 6.38 लाख हेक्टेयर में 14.70 लाख टन अरंडी का उत्पादन किया गया है। इस प्रकार 10 वर्षों में प्रति हेक्टेयर उत्पादकता में 300 किलोग्राम की वृद्धि हुई है।

तेल का उपयोग

अरंडी का तेल और आटा बनाया जाता है। इसका उपयोग तेल पेंट उद्योग, डिटर्जेंट, स्याही, दवा, प्लास्टिक, पॉलिश, स्नेहक सहित 250 प्रकार के उद्योगों में किया जाता है। दुनिया में भी यही मांग है। गुजरात दुनिया में सबसे ज्यादा अरंडी का उत्पादन करता है। गुजरात का नाम कृषि वैज्ञानिकों और किसानों के नाम पर रखा गया है। व्यापारी अब किसानों को लूट कर विदेशों में माल भेजते हैं।