गांधीनगर, 14 मई 2020
गुजरात से 262 कोर के प्रवास के लिए 14 मई 2020 तक एक विशेष ट्रेन गुजरात से बाहर भेजी गई है। कुल 3.90 लाख श्रमिकों को उनके गृह राज्य में भेजा गया है। जो पूरे देश में सबसे ज्यादा है। ट्रेड यूनियनों के अनुसार, अब तक कुल 20 लाख श्रमिक पलायन कर चुके हैं।
परिणामस्वरूप, 2 लाख कारखाने और कार्यालय कार्य नहीं कर सके। दूसरे को उतना ही बंद करना होगा। यह पलायन बड़े कारखानों से नहीं हुआ है। लेकिन मजदूरों ने खुदरा श्रम के बजाय गुजरात छोड़ दिया है। जिनमें से अधिकांश कभी नहीं लौटेंगे।
इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री के सचिव अश्विनकुमार ने कहा कि देश से गृह राज्य में जाने के लिए 640 करोड़ श्रमिकों की एक विशेष श्रम ट्रेन चलाई गई है। सबसे ज्यादा 262 ट्रेनें यानी 41% ट्रेनें अकेले गुजरात से रवाना हुई हैं। 3.34 लाख प्रवासी कामगार।
13 मई 2020 को, 37 प्रवासी विशेष ट्रेनें प्रवासी श्रमिकों और मजदूरों को उत्तर प्रदेश, बिहार, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों में ले जाएंगी। उत्तर प्रदेश में 27 ट्रेनें, बिहार में 5 ट्रेनें, उड़ीसा में 3 ट्रेनें और मध्य प्रदेश में 1 ट्रेन और छत्तीसगढ़ में 1 ट्रेन है। अहमदाबाद से 10 ट्रेनें, सूरत से 12 ट्रेनें, राजकोट से 4 ट्रेनें, वड़ोदरा से 3 ट्रेनें गुजरात से रवाना हुई हैं। 37 ट्रेनों में 56800 मजदूर पलायन कर गए हैं। प्रवासी गाड़ियों में कुल 3.90 लाख लोग गुजरात छोड़ चुके हैं।