धमण धमाल – 7
अहमदाबाद, 21 मई 2020
अहमदाबाद अस्पताल के विशेष अधिकारी डॉ। प्रभाकर के दृष्टिकोण से, यह स्पष्ट है कि धमण -1 कोरोना की गंभीर स्थिति में काम नहीं कर सकता है। केवल प्रभाकर ही नहीं बल्कि बाहर के स्वतंत्र डॉक्टर और अहमदाबाद मेडिकल एसोसिएशन भी रूपानी सरकार की पोल खोल दी हैं।
अहमदाबाद के जाने-माने एनेस्थेटिस्ट और अहमदाबाद मेडिकल एसोसिएशन के एक अधिकारी डॉ। बिपिन पटेल का मानना है कि धमण -1 नाम का यह वेंटिलेटर वास्तव में वेंटिलेटर नहीं है। इसमें श्वसन की कोई पैरामीटर सेटिंग नहीं है। इसमें कोई ऑक्सीजन मीटर नहीं है, कोई ऑक्सीजन-आर्द्र ऑक्सीजन प्रणाली नहीं है। यदि नम ऑक्सीजन फेफड़ों में नहीं जाती है, तो फेफड़े सूख जाते हैं। ए मशीन में नम नहीं जाती है। रोगी को लंबे समय तक इस वेंटिलेशन पर नहीं रखा जा सकता है।
रोगी की मांसपेशियों को आराम करने के लिए श्वासयंत्र को समायोजित और वेंटिलेटर पर रखा जाना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है। धमण -1 वेंटिलेटर जल्दी में शरूं किया है। जो रोगी के जीवन को खतरे में डालने के लिए घातक है।
तकनीकी समिति और चिकित्सा समिति को तकनीकी उपकरण 2017 नियम को मंजूरी देनी चाहिए थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सरकार द्वारा अनुमोदित किया जाना चाहिए। मशीन पहले कुछ राहत दे सकती है लेकिन डॉक्टर इस पर भरोसा नहीं कर सकते। धमण-1 को कोई चिकित्सीय स्वीकृति नहीं मिली है।