महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और भाजपा नेता नारायण राणे ने सोमवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से उनके आवास पर मुलाकात की। राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की। उनका कहना है कि महाराष्ट्र सरकार कोरोना वायरस को रोकने में विफल है।
हालांकि, आबादी के लिहाज से गुजरात में सबसे ज्यादा मौतें होती हैं और कोरोना में सबसे ज्यादा मामले दिल्ली में हैं। यही कारण है कि बीजेपी ने कोरोना के नाम से महाराष्ट्र में एक जनमत संग्रह शुरू किया है।
राणे ने कहा कि ठाकरे सरकार कोरो संकट को नहीं संभाल सकती। इस सरकार के पास क्षमता नहीं है। यह सरकार कोरोना से निपटने में विफल रही है। इसलिए, राष्ट्रपति शासन को यहां लाया जाना चाहिए। सरकार लोगों की जान नहीं बचा पा रही है।
अस्पताल में भर्ती नहीं होने के कारण कई मरीजों की मौत हो गई है। ऐसी स्थिति में यह नहीं कहा जा सकता है कि सरकार ध्यान नहीं दे रही है। यह सरकार इस स्थिति को संभाल नहीं सकती है।
एक हजार मर चुके हैं। राज्यपाल को इसलिए इस सरकार पर विचार करना चाहिए और उन्हें स्वास्थ्य सेवा के संदर्भ में निर्देश देना चाहिए कि यदि नगरपालिका और राज्य के सरकारी अस्पताल सेना को सौंप दिए जाएं तो स्थिति में सुधार होगा।
कोरोनरी हृदय रोग वाले 50,000 से अधिक रोगी पाए गए हैं। कोरोना का आंकड़ा हर दिन तेजी से बढ़ रहा है। गुजरात में भी यही सच है, जहां कोरोना परीक्षण कम हो रहे हैं, लेकिन मरने वालों की संख्या महाराष्ट्र जैसी ही है।