Wednesday, October 15, 2025

चक्रवात: अरब सागर गुजरात के लिए मौत का सागर बन गया

गुजरात का सारा प्रदूषित पानी पाइपों के ज़रिए समुद्र में डाला जाता है पर्यावरण और पर्यावरण परिवर्तन जैसे दो विभाग होने के बावजूद, कोई शोध नहीं हुआ है दिलीप पटेल अहमदाबाद, 8 अक्तुबर 2025 अरब सागर का सतही तापमान हर साल औसतन 10.1 मिलीमीटर बढ़ रहा है, जिससे चक्रवातों की संख्या बढ़ रही है। भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद से चक्रवातों की संख्य...

मूंगफली में किसानों को 20 हज़ार करोड़ रुपये का नुकसान

कुदरत की मार के बाद, व्यापारी, सरकार और तेल लॉबी दिनदहाड़े लूट मचा रहे हैं दिलीप पटेल अहमदाबाद, 5 अक्टूबर 2025 सरकार से अपर्याप्त समर्थन मिलने के कारण किसान बदहाल हैं। एक ओर, देर से हुई बारिश के कारण मूंगफली का उत्पादन 66 लाख टन से घटकर 50 लाख टन रह सकता है। इसके अलावा, व्यापारियों को समर्थन मूल्य से कम दाम पर माल बेचना पड़ रहा है। इसे देख...

अहमदाबाद की सबसे महंगी परियोजना, एशिया का सबसे बड़ा कचरा पात्र खारीकट ...

दिलीप पटेल अहमदाबाद, 12 अक्टूबर, 2025 अहमदाबाद शहर के बीचों-बीच से गुज़रने वाली खारी नदी से पानी लाने वाली खारीकट नहर को बंद करने के बजाय, अहमदाबाद नगर निगम और राज्य सरकार ने इसे चालू रखने और इसकी मरम्मत पर 35 वर्षों में 5 हज़ार करोड़ रुपये खर्च कर दिए, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। एशिया के सबसे बड़े कचरा पात्र के रूप में जानी जाने वाली खारी...

गुजरात में जैविक खेती में गिरावट, प्रधानमंत्री और राज्यपाल नाकाम

एक साल में जैविक खेती में 52 प्रतिशत की गिरावट दिलीप पटेल अहमदाबाद, 26 सितंबर, 2025 गुजरात के कृषि क्षेत्र में प्रमाणित जैविक खेती में गिरावट आई है। दूसरी ओर, दावा किया जा रहा है कि प्राकृतिक या जैविक खेती में वृद्धि हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्राकृतिक खेती के लिए राष्ट्रीय प्राकृतिक कृषि मिशन शुरू किया है, जो गुजरात में नाकाम होता ...

मणिबेन प्रतिदिन 1100 लीटर दूध का उत्पादन करती हैं

अहमदाबाद, 21 सितंबर, 2025 बनासकांठा की मणिबेन ने वर्ष 2024-25 में 1 करोड़ 94 लाख रुपये का दूध भरकर बनासकांठा जिले में दूसरा स्थान हासिल किया है। इस वर्ष 100 और नई भैंसें खरीदकर 3 करोड़ रुपये का दूध बेचने का लक्ष्य है। कांकरेज तालुका के कसरा गाँव की निवासी 65 वर्षीय मनुबेन जेसुंगभाई चौधरी स्थानीय पटेलवास (कसरा) दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति में प्र...

गुजरात में लवणीय भूमि बढ़ रही है

दिलीप पटेल अहमदाबाद, 14 सितंबर 2025 गुजरात एकमात्र ऐसा क्षेत्र है जहाँ तटीय क्षेत्र, रेगिस्तान, नदी के मुहाने, कम वर्षा, गहरे भूजल दोहन जैसे तीन क्षेत्रों के कारण लवणीय भूमि की समस्या बढ़ रही है। रेगिस्तान, समुद्र, बाँध और बोरवेल गुजरात के किसानों के लिए अभिशाप बन गए हैं। भारत में कृषि भूमि लवणीय होती जा रही है। इसमें से देश की कुल भूमि का 50 ...

काकरापार नहर – गुजरात सरकार ने 50 हज़ार किसानों को संकट में छोड़...

काकरापार नहर के अचानक बंद होने से बहुमूल्य फसलों को खतरा, विरोध प्रदर्शन दिलीप पटेल 12-13 सितंबर 2025 सूरत सिंचाई मंडल के अधीक्षण अभियंता द्वारा काकरापार दाएँ तट खंड की नहरों में 1 दिसंबर 2025 से 28 फ़रवरी 2026 तक 90 दिनों के लिए सिंचाई जल प्रवाह रोकने के निर्णय का विरोध हो रहा है। कंकरापार दाएँ तट नहरों की मरम्मत और नवीनीकरण के लिए नहर बं...

दुधाला गाँव ने 4 हज़ार बीघे में पानी की समस्या का समाधान किया

2 नवंबर 2024 लाठी शहर से अमरेली शहर तक राष्ट्रीय राजमार्ग 351-F पर लाठी शहर के उत्तर-पश्चिमी भाग में एक नदी दिखाई देती है। अमरेली ज़िले के धारी तालुका में सालाना औसतन 25 इंच बारिश होती है, जो ज़िले के 11 तालुकाओं में सबसे कम है। धारी के बाद लाठी आता है जहाँ सालाना औसतन 26 इंच बारिश होती है। दुधाला की पूर्वी और दक्षिणी सीमाओं से होकर बहने वाली गग...

घेड के खेतों में फिर पानी भर गया

Ghed's fields flooded again जुलाई 2024 घेड में फिर बाढ़ आ गई, खेत पानी से लबालब हो गए। गैबियन दीवार पर अस्थायी मरम्मत कार्य बह जाने से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जूनागढ़ जिले में कल रात हुई बारिश के कारण घेड पंथक में फिर से बाढ़ आ गई है। बामनासा के पास ओजट नदी में टूटी गैबियन दीवार पर रखे रेत के बोरे बह गए और पानी खेतों में...

उच्च न्यायालय ने किसानों के फसल बीमा मुआवजे के सर्वेक्षण को खारिज कर द...

किसानों के फसल बीमा के मुआवज़े के मुद्दे पर अहम खबर, हाईकोर्ट ने सरकार की सर्वेक्षण रिपोर्ट खारिज की जुलाई 2024 गुजरात उच्च न्यायालय ने फसल बीमा के मुआवज़े के मुद्दे पर सरकारी समिति द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट को खारिज कर दिया है। सरकार ने किसानों की दलीलें नहीं सुनीं। राज्य में वर्ष 2017-2018 में भारी बारिश के कारण किसानों की फसलों को भारी नुकसान...

पानी मंत्री कुंवर बावलिया ने 225 करोड़ रुपये की नहर का काम शुरू किया, ...

225 करोड़ रुपये की नहर बारिश में बह गई, सुखी ने कर दिया गम ठेकेदार शिवालय इंफ्रा प्रोजेक्ट द्वारा घटिया काम अहमदाबाद, 16 जुलाई 2025 छोटाउदयपुर ज़िले की सुखी जलाशय परियोजना में 225 करोड़ रुपये की लागत से बन रही नई नहर में गैप भरने के काम पर सवाल उठे हैं। उद्घाटन से पहले ही भ्रष्टाचार उजागर होने के बावजूद 6 करोड़ रुपये के बिल बना दिए गए हैं। इ...

भरूच में किसान धीरेन देसाई ने तैयार किया ब्राजीलियन संतरे का बगीचा

दिलीप पटेल अहमदाबाद, 3 जुलाई, 2025 भरूच के किसान धीरेंद्र देसाई संतरे की नटाल किस्म की खेती करने वाले गुजरात के पहले किसान हैं। उन्हें 30 राष्ट्रीय और 8 गुजरात पुरस्कार मिल चुके हैं। नटाल मूल रूप से ब्राजील की एक विश्व प्रसिद्ध किस्म है। इसे भारत में नई तकनीक से तैयार किया गया है। वे केले की खेती के लिए जाने जाते थे, लेकिन अब वे संतरे की खेती म...

कमलेश्वर बांध देश में 1200 मगरमच्छों वाला एकमात्र स्थान है 

रिलायंस ने 1 हजार मोटी चमड़ी वाले मगरमच्छ पाले, मगरमच्छ पालन बंद हुआ, निजीकरण हुआ 17 जून को विश्व मगरमच्छ दिवस है दिलीप पटेल अहमदाबाद, 17 जून, 2025 सासन गिर वन क्षेत्र में बांधों, नदियों और नालों में कई मगरमच्छ घुस आए हैं। गुजरात वन विभाग यहां मगरमच्छ सफारी बनाने का अवसर खो रहा है। कमलेश्वर बांध 50 से 60 हजार जंगली जानवरों के पीने के पानी क...

गुजरात के वैज्ञानिक डॉ. मधुकांत पटेल ने बनाया AI आधारित ‘स्मार्ट...

गुजरात में शहद की मिठास; मधुमक्खी पालन की मीठी राह। इसरो के सेवानिवृत्त वैज्ञानिक डॉ. मधुकांत पटेल ने एक एकीकृत छत्ता प्रबंधन प्रणाली विकसित की है। इसमें मधुमक्खी के तापमान, आर्द्रता, वजन और गुनगुनाहट का पता लगाकर सेंसर युक्त छत्ता विकसित किया गया है। इसके अलावा, उन्होंने एक स्पेक्ट्रोमीटर विकसित किया है जो शहद में प्रोटीन, मिलावट और नमी की म...

मेरीगोल्ड फुल की खेती में सोने जैसी कमाई कर रहे हैं गुजरात के किसान

हजारीगल का गोटा - मोटी कमाई पीला सोना सोने में निवेश से ज़्यादा आय गेंदा की खेती में सोने जैसी आय पर्दोल के किसान गेंदे की खेती में सोने जैसी कमाई कर रहे हैं दिलीप पटेल अहमदाबाद, 03 जून 2025 फूल का नाम सुनते ही हम उसकी खुशबू और रंग-रूप की कल्पना कर लेते हैं। फूलों का मधुवन तो सभी ने देखा है। फूलों के खेत बढ़ते जा रहे हैं। अनुमा...